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ट्रेड वार की आशंका से रुपये को तगड़ा झटका, डॉलर के मुकाबले 67 पैसे टूटकर रिकॉर्ड निचले स्तर पर आया

विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको पर 25 प्रतिशत तथा चीन पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाया है। यह कदम ट्रेड वार की ओर पहला कदम है।

Last Updated- February 03, 2025 | 10:50 AM IST
rupees Dollar
Representational Image

Dollar Vs Rupees: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कनाडा, मेक्सिको और चीन पर शुल्क लगाने संबंधी आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद व्यापक व्यापार युद्ध (Trade War) की आशंकाओं के बीच भारतीय करेंसी में यह भारी गिरावट आई है। भारतीय रुपया सोमवार (3 फरवरी) को शुरुआती कारोबार में 67 पैसे की गिरावट के साथ 87.29 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया।

विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको पर 25 प्रतिशत तथा चीन पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाया है। यह कदम विनाशकारी वैश्विक व्यापार युद्ध की ओर पहला कदम है। उन्होंने बताया कि विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी तथा तेल आयातकों की ओर से डॉलर की निरंतर मांग के कारण विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा की व्यापक मजबूती से रुपये पर दबाव जारी रहा।

सीआर फॉरेक्स एडवाइजर्स के एमडी अमित पबारी ने कहा, “सप्ताह की शुरुआत में वित्तीय बाजारों में उतार-चढ़ाव देखा गया, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ की अपनी धमकियों को जारी रखते हुए मैक्सिको, कनाडा और चीन से आयात पर शुल्क लगा दिया।”

पबारी ने कहा कि इस बढ़ते व्यापार युद्ध ने जोखिम से बचने की सेंटीमेंट को बढ़ावा दिया है, जिससे अमेरिकी डॉलर की सेफ-हेवन मांग बढ़ी है, जो 109.50 के स्तर पर पहुंच गई है। इस बीच, डॉलर इंडेक्स (जो छह मुद्राओं की बॉस्केट के मुकाबले ग्रीनबैक की ताकत को मापता है) 1.30 प्रतिशत बढ़कर 109.77 पर कारोबार कर रहा था। ”

ट्रम्प टैरिफ के कारण अमेरिकी डॉलर में उछाल आया, जिससे वैश्विक मुद्रा विनिमय कई वर्षों के निचले स्तर पर पहुंच गया, क्योंकि यूरो 1.0224, GBP 1.2261 और येन 155.54 पर गिर गया।

बाजार खुलते ही धराशायी

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 87.00 प्रति डॉलर पर खुला और शुरुआती सौदों के बाद 67 पैसे की गिरावट के साथ डॉलर के मुकाबले 87.29 पर आ गया। रुपया शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 86.62 पर बंद हुआ था। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 1.30 प्रतिशत की बढ़त के साथ 109.77 पर रहा। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.71 प्रतिशत चढ़कर 76.21 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शनिवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 1,327.09 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

बता दें, अमेरिका के ट्रंप ने मेक्सिको, कनाडा और चीन से आयात होने वाली वस्तुओं पर कड़े शुल्क लगाने संबंधी एक आदेश पर गत शनिवार को हस्ताक्षर किए जिसके तत्काल बाद देश के उत्तरी अमेरिकी पड़ोसियों की जवाबी कार्रवाई से व्यापार युद्ध की आशंका प्रबल हो गई है।

शेयर बाजार में भी भारी गिरावट

घरेलू शेयर बाजार सोमवार को सप्ताह के पहले ट्रेडिंग सेशन में बड़ी गिरावट के साथ खुले। प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स 500 अंक गिरकर खुला जबकि निफ्टी 23,300 के नीचे फिसल गया। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के कई देशों पर टैरिफ शुल्क बढ़ाने की घोषणा के बाद एशियाई बाजारों में गिरावट आई। इसका असर घरेलू बाजारों पर भी देखने को मिला।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटिजिस्ट डॉ वीके विजयकुमार ने कहा कि बेहतरीन बजट के बावजूद बाजार ट्रंप के टैरिफ और ‘टैरिफ के शुरुआती दौर’ के कारण बढ़ी वैश्विक अनिश्चितता के दबाव में रहेगा। फिलहाल, भारत इससे प्रभावित नहीं है। इसलिए भारतीय बाजार पर असर कम होगा। लेकिन डॉलर इंडेक्स के 109.6 से ऊपर पहुंचने से एफआईआई की अधिक बिकवाली शुरू हो जाएगी। इससे बाजार दबाव में आ जाएगा।”

एजेंसी इनपुट के साथ

First Published - February 3, 2025 | 10:50 AM IST

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