गोदावरी बायोरिफाइनरीज का आईपीओ आज से पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। इस आईपीओ के जरिए कंपनी 554.75 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रख रही है, जिसमें 9,232,955 शेयरों का फ्रेश इश्यू और 6,526,983 शेयरों की बिक्री का ऑफर शामिल है। प्रत्येक शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये है।
कंपनी ने यह भी घोषणा की है कि 22 अक्टूबर 2024 को बिडिंग समाप्त होने के बाद एंकर निवेशकों से पहले ही 166.42 करोड़ रुपये जुटा लिए गए हैं।
गोदावरी बायोरिफाइनरीज का आईपीओ 334-352 रुपये के प्राइस बैंड में उपलब्ध है, और एक लॉट में 42 शेयर हैं। इस हिसाब से, निवेशक कम से कम 42 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं और इसके गुणक में निवेश कर सकते हैं। खुदरा निवेशकों के लिए इस आईपीओ में न्यूनतम निवेश 14,784 रुपये है। sNII के लिए न्यूनतम निवेश 14 लॉट या 588 शेयरों के लिए 206,976 रुपये है, और bNII के लिए 68 लॉट या 2,856 शेयरों के लिए 1,005,312 रुपये का निवेश करना होगा।
गोदावरी बायोरिफाइनरीज के अनलिस्टेड शेयरों की ग्रे मार्केट में ट्रेडिंग फिलहाल स्थिर बनी हुई है, जबकि बुधवार को आईपीओ के खुलने से पहले कोई खास बदलाव नहीं देखा गया। इस आईपीओ के लिए तीन दिन की सब्सक्रिप्शन विंडो शुक्रवार, 25 अक्टूबर 2024 को समाप्त होगी।
आईपीओ के बंद होने के बाद, गोदावरी बायोरिफाइनरीज के शेयरों के आवंटन का आधार सोमवार, 28 अक्टूबर 2024 को तय होने की संभावना है। इसके बाद कंपनी के शेयर मंगलवार, 29 अक्टूबर 2024 को निवेशकों के डिमैट अकाउंट में क्रेडिट किए जाएंगे। गोदावरी बायोरिफाइनरीज के शेयर बुधवार, 30 अक्टूबर 2024 को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होकर अपने व्यापार की शुरुआत करेंगे।
कंपनी पब्लिक इश्यू से प्राप्त राशि का उपयोग अपने कुछ बकाया ऋणों की पूरी या आंशिक चुकौती के साथ-साथ अन्य सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी।
क्या आपको गोदावरी बायोरिफाइनरीज के आईपीओ में निवेश करना चाहिए?
Swastika Investmart – न्यूट्रल
Swastika Investmart के विश्लेषकों ने गोदावरी बायोरिफाइनरीज आईपीओ को ‘न्यूट्रल’ रेटिंग दी है। उनका मानना है कि कंपनी इस समय वित्तीय चुनौतियों का सामना कर रही है और उस पर भारी कर्ज का बोझ है। विश्लेषकों के अनुसार, यह आईपीओ महंगा है।
विश्लेषकों ने कहा, “हालांकि कंपनी को लिबरलाइज्ड एथेनॉल उत्पादन नियमों से लाभ हो सकता है, लेकिन वर्तमान आईपीओ वैल्यूएशन निवेश के लिए रेकमंडेड नहीं है।” उन्होंने आगे कहा, “जो निवेशक कंपनी के दीर्घकालिक संभावनाओं पर विश्वास रखते हैं और हाई कर्ज और हालिया वित्तीय चुनौतियों के जोखिमों को स्वीकार करने के इच्छुक हैं, वे सावधानी से आवेदन कर सकते हैं।”
गोदावरी बायोरिफाइनरीज के बारे में
गोदावरी बायोरिफाइनरीज भारत में एथेनॉल-आधारित रसायनों की एक प्रमुख निर्माता कंपनी है और देश की सबसे बड़ी बायो-रिफाइनरी का संचालन करती है। यह कंपनी गन्ने से चीनी, एथेनॉल और रसायनों जैसे जैविक उत्पाद बनाती है। कंपनी अपने काम में पर्यावरण का खास ध्यान रखती है और कचरे को कम से कम करने की कोशिश करती है। इसके उत्पाद खाद्य, दवाइयां, पर्सनल केयर और ईंधन जैसे कई क्षेत्रों में इस्तेमाल होते हैं, और यह 20 से ज्यादा देशों में इन्हें निर्यात भी करती है।