देश के दोनों इक्विटी बाजारों ने अपनी पहली तिमाही के शुद्ध लाभ में शानदार तेजी दर्ज की है। बाजार में लगातार तेजी की वजह से इन एक्सचेंजों को अपना ट्रेडिंग कारोबार दोगुना करने में मदद मिली।
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का समेकित लाभ एक साल पहले की तुलना में 39 प्रतिशत बढ़कर 2,567 करोड़ रुपये हो गया, क्योंकि इसे जून तिमाही में राजस्व में हुई 51 प्रतिशत वृद्धि से मदद मिली। ट्रांजेक्शन शुल्कों से एक्सचेंज की आय सालाना आधार पर 44 प्रतिशत तक बढ़कर 3,623 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
एनएसई के नकदी बाजारों ने 1.23 लाख करोड़ रुपये का औसत दैनिक कारोबार (एडीटीवी) दर्ज किया, जो एक साल पहले की तुलना में 2.1 प्रतिशत तक अधिक है। इस बीच इक्विटी वायदा 2.1 लाख करोड़ रुपये के एडीटीवी पर पहुंच गया, जो 2 गुना तक की तेजी है और इक्विटी ऑप्शन में एडीटीवी 71,957 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जो सालाना आधार पर 33 प्रतिशत तक अधिक है।
एनएसई ने कहा है कि उसे बोनस निर्गम के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मिल गई है, लेकिन सेबी की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है।
वहीं, बीएसई का समेकित शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 3.6 गुना बढ़कर 265 करोड़ रुपये हो गया, क्योंकि उसे राजस्व में 2.8 गुना तेजी आने से मदद मिली। वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में इक्विटी कैश सेगमेंट में बीएसई का एडीटीवी 9,006 करोड़ रुपये रहा, जो पूर्ववर्ती वित्त वर्ष की समान तिमाही के 4,025 करोड़ रुपये की तुलना में काफी ज्यादा है।