एचडीएफसी बैंक की शेयर ब्रोकिंग और शोध इकाई एचडीएफसी सिक्योरिटीज (HDFC Securities) ने गुरुवार को एचडीएफसी ट्रू की पेशकश के साथ वेल्थ एडवाइजरी और फैमिली ऑफिस कारोबार में उतरने की घोषणा की। इसके जरिए एचडीएफसी सिक्योरिटीज उस बाजार में हिस्सेदारी हासिल करना चाहती है जहां परिवारों की वित्तीय परिसंपत्तियां अगले पांच से 10 साल में कई गुना बढ़ने की उम्मीद है, खास तौर से मझोले और छोटे शहरों में।
वित्तीय योजनाओं के वितरण कारोबार से कंपनी पहले से जुड़ी हुई है। कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी धीरज रेली ने पुष्टि की है कि वितरण इकाई के साथ एडवाइजरी बिजनेस भी बना रहेगा। बाजार नियामक का आदेश है कि निवेशकों के हित में वितरण और परामर्श कारोबार के बीच पर्याप्त दूरी बनी रहे। सलाहकार कारोबार में निवेशक को सेवा के बदले शुल्क चुकाना होता है वहीं वितरण के तहत योजनाओं की बिक्री से आय होती है।
रेली ने कहा कि कंपनी पर वायदा एवं विकल्प में नियामकीय बदलावों का न्यूनतम असर पड़ेगा क्योंकि हमारा 85 फीसदी कारोबार इस पर निर्भर नहीं है। कंपनी ने कहा कि नई सलाहकार सेवा कॉरपोरेट ट्रेजरी, अल्ट्रा एचएनआई और फैमिली ऑफिस को 50 करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश वाले सेगमेंट में वित्तीय समाधान मुहैया कराएगी।
योजनाओं की पेशकश में इक्विटी, डेट, ऑल्टरनेट्स, प्राइवेट मार्केट्स और वैश्विक मौकों के साथ-साथ रियल एस्टेट फंड, रीट्स और इनविट्स भी शामिल होंगे। देसी संपत्ति प्रबंधन उद्योग में प्रतिस्पर्धा पहले ही काफी ज्यादा है और इसमें कोटक प्राइवेट वेल्थ और 360 वन वेल्थ जैसे स्थापित नामों का दबदबा है।
एचडीएफसी ट्रू ने हालांकि कुछ क्लाइंट जोड़े हैं। लेकिन इनमें कॉरपोरेट ट्रेजरी के करीब 30 फीसदी क्लाइंट हैं जबकि बाकी फैमिली ऑफिस और अल्ट्रा एचएनआई के हैं।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्रमुख (वेल्थ एडवाइजरी) प्रणव उनियाल ने कहा कि संपन्न लोगों की संख्या बढ़ रही है और देश में कंपनियों की आय में लगातार इजाफा हो रहा है। ऐसे में अच्छे और क्लाइंट के मनमुताबिक वित्तीय समाधानों की मांग बढ़ रही है।