शेयर बाजार शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन भारी बिकवाली की भेंट चढ़ा। अंतरराष्ट्रीय बाजारों की गिरावट और मुनाफावसूली से सेंसेक्स पांच सौ अंकों से भी ज्यादा कमजोर पड़ गया और वापस विश्वास मत से पहले की स्थिति में आ गया।
सबसे ज्यादा चोट बैंकिंग, रियलिटी और तेल कंपनियों के शेयरों को लगी है जिनमें बिकवाली का भारी दबाव रहा। सुबह सेंसेक्स 325 अंकों की गिरावट लेकर 14,452 अंकों पर खुला और जल्दी ही बिकवाली बढ़ने से पिछली बंदी से 566 अंक नीचे आ गया लेकिन कारोबार खत्म होने तक यह 502 अंक गिरकर 14,275 अंकों पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 122 अंक टूट कर 4312 अंकों पर रहा।
हालांकि इस पूरे हफ्ते की बात करें तो पिछले दो दिनों की गिरावट के बावजूद सेंसेक्स इस हफ्ते कुछ मुनाफा लेकर ही बंद हुआ है। पिछले हफ्ते से सेंसेक्स 4.5 फीसदी और निफ्टी 5.5 फीसदी ऊपर बंद हुआ है। सेंसेक्स के गिरने वाले शेयरों की बात करें तो आईसीआईसीआई बैंक 9.6 फीसदी फिसलकर 657 अंकों पर रहा, एचडीएफसी 9 फीसदी टूटकर 1127 पर, एचडीएफसी 5.7 फीसदी गिरकर 2222 पर और स्टेट बैंक 2 फीसदी गिरकर 1449 रुपए पर रहा।
रिलायंस भी 7 फीसदी की गिरावट लेकर 2147 पर बंद हुआ जबकि ओएनजीसी 4.3 फीसदी गिरकर बंद हुआ। इसके अलावा जयप्रकाश एसोसिएट्स 4.5 फीसदी, रिलायंस इंफ्रा. 4 फीसदी, डीएलएफ 3.2 फीसदी, बीएचईएल 4 फीसदी, एल ऐंड टी 3 फीसदी, टाटा मोटर्स 3 फीसदी, सिपला 2.7 फीसदी, टाटा स्टील 2 फीसदी, हिंडाल्को 1.4 फीसदी, अंबुजा सीमेन्ट्स और इन्फोसिस 1-1 फीसदी गिरे। सेंसेक्स के चढ़ने वाले शेयरों में रैनबैक्सी 3 फीसदी और एसीसी 2.4 फीसदी चढ़ा। इसके अलावा हिंदुस्तान यूनीलीवर 2 फीसदी और सत्यम और एनटीपीसी क्रमश: 1.4 और 1 फीसदी मजबूत हुए।
सेक्टरों की बात करें तो बैंकेक्स 5.75 फीसदी, तेल शेयर 5.08 फीसदी, रियलिटी 3.84 फीसदी और कैपिटल गुड्स सेक्टर 3.14 फीसदी कमजोर पडे। इसके अलावा पावर, ऑटो, आईटी, मेटल और एफएमसीजी सेक्टर भी ढाई फीसदी तक गिरे। टर्नओवर की बात करें तो सबसे ज्यादा कारोबार रिलायंस में 444 करोड़ रुपए का रहा जबकि सबसे ज्यादा वॉल्यूम रिलायंस नैचुरल में 3.35 करोड़ शेयरों का रहा।