देश की सबसे बड़ी एल्यूमीनियम निर्माता कंपनी 4,992 करोड़ का राइट इश्यू लाने का विचार कर रही है। इस इश्यू से जुड़े बैंकर ने कहा कि इस इश्यू के आधे हिस्से की अंडरराइटिंग कर ली गई है।
अंडरराइटिंग के जरिए बैंकों ने उस दशा में कंपनी के शेयरों को खरीदना का वचन दिया है जब कंपनी का राइट इश्यू पूरी तरह सब्सक्राइब नहीं होता है। राइट इश्यू दि्तीयक बाजार का ऑफर है जिसमें मौजूदा शेयर धारकों को ही कंपनी के शेयर जारी किए जाते हैं। यह शेयर शेयरधारकों को डिस्काउंट पर जारी किए जाते हैं।
राइट इश्यू की अंडरराइटिंग बहुत ही कम सुनने में आता है। हालांकि जब से शेयर बाजार में गिरावट आई है तब से कंपनियों के लिए प्राथमिक और दि्तीयक दोनों जगह से पूंजी इकठ्ठा करना मुश्किल हो रहा है। बैंकर ने कहा कि मैने इससे पहले अब तक नहीं सुना कि किसी राइट इश्यू को अंडरराइट किया गया हो।
कंपनी ने कहा कि उसने राइट इश्यू लाने के लिए अंडरराइटिंग की व्यवस्था का प्रस्ताव दिया है। कंपनी ने 14 अगस्त को ऐलान किया था कि वह 96 रुपए प्रति शेयर की कीमत पर 5200 लाख शेयर जारी करेगी। हिंडाल्को अपने शेयरधारकों को सात शेयरों पर तीन शेयर जारी करेगी।
एसबीआई कैपिटल, सिटी बैंक इंडिया,रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड ग्रुप, डीएसपी मेरिल लिंच और डयूशे बैंक को राइट इश्यू लाने के लिए नियुक्त किया गया है। एक विदेशी ब्रोकरेज कंपनी के विश्लेषक ने कहा कि यदि इश्यू 50 फीसदी अंडररिटेन है तो यही इस इश्यू की खासियत है। प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 31 फीसदी है और उनके पास इतने ही शेयर खरीदने का अधिकार होगा।
कंपनी में 10.48 फीसदी हिस्सेदारी बीमा कंपनियों की है जो लंबी अवधि के निवेशक हैं और वे शेयर खरीद सकती हैं। हिंडाल्को कनाडा की कंपनी नोवालिस को खरीदने के लिए भुगतान की जाने वाली राशि 3.03 अरब डॉलर के लिए राइट इश्यू ला रही है। यह भुगतान नवंबर के अंत तक किया जाना है।