हिंदुस्तान जिंक, पीएनबी हाउसिंग फाइनैंस और आईनॉक्स विंड को 28 मार्च को डेरिवेटिव सेगमेंट में शामिल किए जाने के आसार हैं। ऐसे में ये शेयर तब तक सुर्खियों में रह सकते हैं।
एनएसई ने 6 मार्च को हिंदुस्तान जिंक और आइनॉक्स विंड को एफऐंडओ में शामिल करने के बारे में अधिसूचना जारी की थी। तब से इन शेयरों में 10-10 प्रतिशत से अधिक की तेजी आ चुकी है जबकि पीएनबी हाउसिंग में लगभग 3 फीसदी का इजाफा हुआ है।
बाजार कारोबारियों का कहना है कि बाजार धारणा में सकारात्मक बदलाव को देखते हुए इनके शामिल होने से पहले आगे और तेजी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
इनके शामिल होने से वायदा एवं विकल्प (एफऐंडओ) अनुबंध वाली कंपनियों की कुल संख्या 219 हो जाएगी। 28 फरवरी को अमर राजा एनर्जी ऐंड मोबिलिटी, आईआईएफएल फाइनैंस, पतंजलि फूड्स और टीटागढ़ रेल सिस्टम्स को एफऐंडओ सेगमेंट में जोड़ा गया था।
एफऐंडओ सेगमेंट में हिंदुस्तान जिंक, पीएनबी हाउसिंग और आइनॉक्स विंड का जुड़ना पिछले एक वर्ष में इनमें आई शानदार तेजी का परिणाम है।
पिछले एक साल में हिंदुस्तान जिंक का शेयर 50 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 457 रुपये पर पहुंच गया है जिसकी वजह मजबूत आय, अधिक जिंक उत्पादन और आकर्षक लाभांश है। ब्रोकरों वेंचुरा और येस रिसर्च ने उसके लिए 585 रुपये और 565 रुपये का कीमत लक्ष्य निर्धारित किया है।
इसी तरह, पीएनबी हाउसिंग फाइनैंस 35 फीसदी चढ़कर 825 रुपये पर पहुंच गया है। आईआईएफएल और इन्वेस्टेक ने इस शेयर के लिए 1,300 रुपये और 1,025 रुपये के लक्ष्य तय किए हैं। आईनॉक्स विंड के लिए जेएम फाइनैंशियल ने 212 रुपये का लक्ष्य रखा है।
पिछले साल जून में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा नए एफऐंडओ पात्रता मानक पेश किए जाने के बाद से तीन दर्जन से अधिक शेयर इस सेगमेंट में शामिल हो चुके हैं। जनवरी 2022 और नवंबर 2024 के बीच डेरिवेटिव बाजार में कोई नई कंपनी नहीं जोड़ी गई।
एफऐंडओ सेगमेंट में शामिल होने से शेयर में तरलता बढ़ती है, व्यापक निवेशक आधार आकर्षित होता है और मूल्य निर्धारण में सुधार होता है। फंड मैनेजर इन शेयरों को हेजिंग क्षमता के आधार पर पसंद करते हैं, जिससे उन्हें पोर्टफोलियो में उतार-चढ़ाव कम करने में मदद मिलती है।