हिंदुस्तान यूनीलीवर के पर्सनल प्रोडक्ट डिविजन ने कंपनी को 18.6 फीसदी की बढ़त हासिल करने में मद्द कर दी। कंपनी ने पर्सनल प्रोडक्ट डिविजन में जून तिमाही में बेहतर बिक्री की।
हालांकि यह याद रखना चाहिए कि लेकिन कंपनी की प्रोडक्ट की बिक्री में यह बढ़ोतरी काफी कम रही। कंपनी की टॉपलाइन बढ़त जून की तिमाही में मात्र छ: फीसदी रही। जो पिछले नौ तिमाहियों में काफी कम है। पसर्नल प्रोडक्ट की कंपनी की कुल बिक्री में 30 फीसदी की हिस्सेदारी है।
टैक्स और इंट्रेस्ट के भुगतान के पहले कंपनी का कुल प्रॉफिट 50 फीसदी रहा। इसलिए इस कंपनी द्वारा वित्त्तीय वर्ष 2008 की दूसरी तिमाही हासिल की गई बढ़त को इसी संदर्भ में देखना चाहिए। कंपनी के सोप और डिटरजेंट सेगमेंट ने भी अच्छा प्रदर्शन किया और उसकी बिक्री में 21 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। कंपनी की इस बिक्री में प्रमुख योगदान सोप के वॉल्यूम की ज्यादा बिक्री का रहा।
जबकि 2007 में इसमें काफी कम बढ़त हुई थी। हालांकि बिक्री में बढ़ोतरी के बावजूद इस सेगमेंट के पिबिट मार्जिन में 1.2 फीसदी की गिरावट देखी गई। इसके अलावा ऊंचे लाभ वाले पसर्नल प्रोडक्ट के मार्जिन में भी 0.7 फीसदी की गिरावट आई। इस वजह से हिंदुस्तान यूनीलीवर के आपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन 1.3 फीसदी गिरकर 13.1 फीसदी पर पहुंच गया। कंपनी के ऑपरेटिंग प्रॉफिट में भी महज 10 फीसदी का सुधार हुआ और 551.5 करोड़ पर पहुंच गया।
प्रॉफिट भी महज 13.8 फीसदी बढ़कर महज 597.5 करोड़ रहा। ऊंची लागत की वजह से कंपनी के प्रॉफिट पर असर पड़ा है। इस सेगमेंट में कड़ी प्रतियोगिता की वजह से भविष्य में कंपनी के प्रॉफिट में कमी आ सकती है। जबकि अर्थव्यवस्था में आई गिरावट का खास असर कंपनी के प्रॉफिट पर नहीं पड़ना चाहिए। लेकिन देश के कुछ हिस्सों में खराब मानसून का प्रभाव कंपनी की बिक्री पर पड़ सकता है।
कंपनी की ग्रामीण क्षेत्रों में होनें वाली बिक्री काफी महत्वपूर्ण है और नि बाजारों में आने वाली किसी भी गिरावट से कंपनी को नुकसान पहुंचेगा। 2008 की शुरुआत से यह बाजार में आउटपरफार्मर रहा है। मौजूदा बाजार मूल्य 232 रुपए पर कंपनी के स्टॉक का कारोबार वित्त्तीय वर्ष 2009 में अनुमानित आय से 25 गुना के स्तर पर हो रहा है।