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जोखिम उठाने की क्षमता और लक्ष्यों को घ्यान में रखकर करें फंडों में निवेश

Last Updated- December 07, 2022 | 7:00 AM IST

फुटकर निवेशक के लिए म्युचुअल फंड, बैंक जमा या स्टॉक में निवेश की तुलना में न केवल बेहतर प्रतिफल देता है बल्कि सुरक्षा भी देता है।


यह आम निवेशकों के लिए, जो थोड़ा जोखिम उठा सकते हैं, निवेश का सर्वोत्तम विकल्प साबित हो सकता है। विभिन्न फंडों को परखने के बाद किसी व्यक्ति को अपनी जरुरत और लक्ष्यों के मुताबिक फंड का चुनाव करना चाहिए।

गलत फंड के चुनाव से बेहतर है कि आप बैंक की सावधि जमा खाते में अपने पैसों का निवेश करें। म्युचुअल फंडों में निवेश करने से पहले निम्लिखित बातों को ध्यान में रखें ताकि निवेश आप अपने जोखिम उठाने की क्षमता के मुताबिक कर पाएं एवं उससे अधिकाधिक लाभ प्राप्त कर सकें।

फंडों का पिछला प्रदर्शन

हालांकि फंडों का पूर्व प्रदर्शन भविष्य के इसके प्रदर्शन का सूचक नहीं होता है फिर भी इससे फंड के निवेश-दर्शन की जानकारी मिलती है कि बीते दिनों में इसका प्रदर्शन कैसा रहा और एक खास समयावधि में इसने निवेशकों को कैसा प्रतिफल दिया है। बाजार के उतार-चढ़ावों के दौरान फंड का प्रदर्शन कैसा रहा है इसके लिए 2-5 साल के दौरान फंड के प्रदर्शन पर गौर फरमाएं।

बाजार के तेजी मंदी के दौरान फंड का प्रदर्शन कैसा रहा, यह भी जानना जरुरी है। बाजार के मंदी के दौरान फंड के प्रदर्शन को जानना ज्यादा जरूरी है। यह जानना महत्वपूर्ण होता है कि मंदी के दौरान इसके शुध्द परिसंपत्ति मूल्य (एनएवी) में कितनी कमी आई।

फंड प्रबंधक की भूमिका

फंड का सफल होना या नही होना बहुत हद तक फंड प्रबंधक पर निर्भर करता है। एक अच्छा फंड प्रबंधक लगभग सभी फंडों का सफलतापूर्वक प्रबंधन करता है। निवेश से पहले ये जान लें कि फंड की निवेश नीति या फंड प्रबंधक में कोई परिवर्तन तो नहीं किया गया है। हो सकता है कि जिस फंड प्रबंधक के कार्यकाल में फंड का प्रदर्शन बढ़िया था वह अब उस फंड का प्रबंधन न कर रहा हो।

जोखिम उठाने की क्षमता के अनुसार करें निवेश

कुछ योजनाएं ऐसी होती हैं जिनमें उच्च जोखिम होता है और वे यह आश्वासन देते हैं कि इसका प्रतिफल भी उच्च होगा। इस प्रकार की योजनाएं तब धरातल पर आ जाती हैं जब बाजार का भरोसा ऐसे उद्योग पर से डिग जाए। अगर कोई निवेशक जोखिम उठाने से परहेज करता है तो उसे विशुध्द ऋण के विकल्प वाली योजनाओं का चयन करना चाहिए। ऐसी ऋण योजनाओं में जोखिम अपेक्षाकृत काफी कम होता है साथ ही प्रतिफल भी इक्विटी योजनाओं के बनिस्पत कम होता है।

ध्यान से पढ़ें फंडों की विवरणिका


किसी भी फंड की विवरणिका आपको फंड से संबंधित लगभग सारी जानकारी उपलब्ध कराती है। इसे ढंग से पढें। विवरणिका से आपको फंड की निवेश नीति एवं निवेश से जुड़े जोखिमों का पता चल जाता है। हो सकता है कि वैसे फंड जो उच्च प्रतिफल देने का दावा कर रहे हों उसमें आपकी क्षमता से अधिक जोखिम हो। लेकिन सच्चाई यह भी है कि फंड चाहे जो भी हो उसमें जोखिम तो होता ही है भले वह कम हो या ज्यादा।

वैसे फंड जो सरकारी या कॉर्पोरेट बॉण्ड में निवेश करते हैं, जोखिम उनमें भी होता है। अपने लंबी अवधि के जोखिम के निवेश के लिए जोखिम उठाने की क्षमता को ध्यान में रखकर यह निर्णय लें कि कौन सा फंड आपके लिए सर्वथा उपयुक्त है।

First Published - June 22, 2008 | 11:40 PM IST

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