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हेज फंडों से निवेशकों ने निकाले 5,000 करोड़ रुपये

Last Updated- December 08, 2022 | 3:05 AM IST

यूरेकाहेज पीटीई के आकलन के मुताबिक अक्टूबर में वैश्विक हेज फंड उद्योग की परिसंपत्तियों में 100 अरब डॉलर की कमी आई है।


स्पर्क्स ग्रुप कंपनी और मैन ग्रुप पीएलसी जैसी कंपनियां निवेशकों द्वारा की जाने वाली निकासी से बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। वैश्विक स्तर पर निवेश करने वाले 2,000 से अधिक फंडों के प्रदर्शन को ट्रैक करने वाले यूरेकाहेज हेज फंड इंडेक्स के प्राथमिक आंकड़ों के अनुसार फंडों में औसतन 3.3 प्रतिशत की गिरावट हुई है।

पिछले महीने एमएससीआई वर्ल्ड इंडेक्स में 19 प्र्रतिशत की गिरावट देखी गई है। ग्रेट डिप्रेशन के बाद बाजार के सबसे बड़े घाटे के दौर में निवेशकों द्वारा की जाने वाली निकासी से अनियमित तरीके से जुटाई गई पूंजी का प्रबंधन करने वाले हेज फंड उद्योग को धक्का लगा है।

उल्लेखनीय है कि हेज फंड उद्योग 1,70,000 करोड़ डॉलर का है। इस साल वैश्विक फंड सूचकांकों में 11 प्रतिशत की गिरावट आई है और ऐसा ही चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब साल 2000 के बाद का सबसे बुरा प्रदर्शन देखने को मिले। साल 2000 से ही यूरेकाहेज ने आंकड़ों को ट्रैक करना शुरू किया था।

टोक्यो स्थित हेज फंड रिसर्च कंपनी कुसानो ग्लोबल फ्रंटियर के अघ्यक्ष तोयोमी कुसानो ने कहा, ‘हेज फंड उद्योग जगत में इस तरह फंडों को  भुनाये जाने का दौर अगले छह महीने तक जारी रहने वाला है। कुछ फंड ऐसे भी है जिनने निकासी पर फिलहाल रोक लगा दी है लेकिन यह रोक तो हटेगी ही और तब निकासी का दूसरा दौर शुरू होगा।’

इसी सप्ताह एशिया के सबसे बड़े हेज फंड प्रबंधक स्पर्क्स ग्रुप कंपनी, जो 8.5 अरब डॉलर की परिसंपत्तियों का प्रबंधन करती है, ने निकासी और शेयर की कीमतों में जारी गिरावट के कारण पहली छमाही में नुकसान उठाया। प्राथमिक आधार पर इसकी प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति 31 अक्टूबर को 839.1 बिलियन येन थी जबकि अगस्त 2006 में यह सबसे अधिक 2 ट्रिलियन येन थी।

लंदन स्थित मैन ग्रुप की प्रबंधनाधीन प्ररिसंपत्ति जो 30 सितंबर को 70.3 अरब डॉलर थी नवंबर के शुरुआत में घट कर 61 अरब डॉलर रह गई जो मार्च 2007 के बाद से सबसे कम है।

सिकुड़ता उद्योग

जिनेवा स्थित यूनिजेशन होल्डिंग एसए के हेज फंड के प्रमुख कोस्तास आयर्डानिदिस ने कहा, ‘हेज फंड प्रबंधकों और फंड ऑफ फंड्स दोनों को ग्राहकों द्वारा की जाने वाली निकासी से जूझना पड़ रहा है। इससे एक बात स्पष्ट है कि आने वाले महीनों में इस उद्योग का आकार छोटा होगा। संभवत: 50 प्रतिशत की कमी प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों और फंड की संख्या दोनों में देखने को मिले।’

यूनिजेशन होल्डिंग विश्व भर के हेज फंडों में लगभग 3.2 अरब डॉलर का निवेश करती है। आयर्डानिदिस ने कहा कि यूनिजेशन कमोडिटी ट्रेडिंग एडवाइजर्स या सीटीए और अन्य फंडों में निवेश कर रही है और इक्विटी लॉन्ग-शॉर्ट पोर्टफोलियो को फिलहाल नजरंदाज कर रही है।

ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, सिंगापुर स्थित टैंटालॉन कैपिटल का टैंटेलॉन फंड अक्टूबर के अंत में कम हो कर 284 लाख डॉलर रह गया। इस फंड का प्रबंधन टैंटेलॉन के सह-संस्थापक और मेरिल लिंच ऐंड कंपनी के पूर्व बिक्री प्रमुख निकोलस हार्बिन्सन करते हैं।

इस साल की शुरुआत में इस फंड का आकार 1.5 अरब डॉलर का था जबकि अगस्त महीने में यह घट कर 8770 लाख डॉलर रहा गया था।

जापान का बेहतर प्रदर्शन

अभी भी एमएससीआई वर्ल्ड इंडेक्स की तुलना में हेज फंडों का प्रदर्शन प्रदर्शन बढ़िया है। एमएससीआई वर्ल्ड इंडेक्स में इस साल 46 प्रतिशत की गिरावट आई है।

यूरेकाहेज के मुताबिक, अक्टूबर में वायदा या सीटीए का कारोबार करने वाले प्रबंधकों और वे जो जापान में निवेश करते हैं, को घाटे की क्षतिपूर्ति रने में मदद मिली है। क्षेत्रीय आधार पर यूरेकाहेज जापान हेज फंड इंडेक्स का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा। इसमें पिछले महीने मात्र 0.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई जबकि बेंचमार्क टॉपिक्स इंडेक्स 20 प्रतिशत लुढ़क गया था।

अक्टूबर में डॉलर के मुकाबले येन में 7 प्रतिशत की मजबूती आई थी जो अक्टूबर 1998 के बाद की सबसे बड़ी मजबूती थी। जापानी फंडों में 2.7 अरब येन वाली स्पर्ाक्स जापान स्टॉक्स लॉन्ग शॉर्ट फंड, जिसे ‘बेस्ट अल्फा’ के नाम से भी जाना जाता है, में अक्टूबर महीने में 2.2 प्रतिशत की गिरावट आई। यह जानकारी कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

ज्यादा बुरे भी नहीं हैं

यूरेकाहेज एशियन हेज फंड इंडेक्स में 4.3 प्रतिशत की कमी आई। सिंगापुर स्थित टैंटेलॉन लॉन्ग-शॉर्ट फंड, जो शेयरों के मूल्यों में होने वाली बढ़त या कमी दोनों से लाभ अर्जित करना चाहता है, में इस साल अक्टूबर तक 28.6 प्रतिशत की गिरावट आई।

ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने इसमें 0.59 प्रतिशत की बढ़त देखी गई थी। सिंगापुर स्थित हेज फंड कंसल्टिंग कंपनी जीएफआईए पीटीई के प्रमुख पीटर डगलस ने कहा, ‘यद्यपि एशियाई फंडों में फिलहाल संघर्ष का दौर देखने को मिल रहा है और यह जारी रहेगा लेकिन यह उतना बुरा नहीं होगा जितना कि विकसित देशों में हो सकता है।’

ग्राहकों के लिए तैयार की गई एक रिपोर्ट में लंदन स्थित मॉर्गन स्टैनले के एक विश्लेषक हु वान स्टीनिस ने लिखा था कि इस साल के अंत तक अमेरिकी हेज फंड प्रबंधकों को निकासी की वजह से परिसंपत्तियों का 15 प्रतिशत गंवाना पड़ सकता है जबकि यूरापीय हेज फंडों को 25 प्रतिशत का नुकसान हो सकता है।

अगर इसे निवेश के साथ जोड़ कर देखा जाए तो उद्योग की परिसंपत्तियां घट कर 1,30,000 करोड़ डॉलर हो सकती है जो जून के अधिकतम स्तर से 32 प्रतिशत कम होगा। फर्म ने जानकारी दी कि यूरेकाहेज नॉर्थ अमेरिकन हेज फंड इंडेक्स में 4 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि पूर्वी यूरोप और रूस के सूचकांकों का प्रदर्शन सबसे बुरा रहा, इनमें 16 प्रतिशत की गिराट दर्ज की गई।

आंकड़े उपलब्ध कराने वालों ने बताया कि यूरेकाहेज फंड इंडेक्स में 6.8 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि लैटिन अमेरिकी फंडों में 4 फीसदी की गिरावट देखी गई।

नीतियां

14 अरब डॉलर की कंपनी मिलेनियम ग्लोबल इन्वेस्टमेंट लिमिटेड 6,000 लाख डॉलर के हाई यील्ड बॉन्ड हेज फंड से निकासी की राशि को सीमित करने की योजना बना रही है। इस फंड के निवेशकों ने एक तिहाई से अधिक राशि निकालना चाह रहे थे।

नीतिगत तौर पर सीटीए फंडों का प्रदर्शन सबसे बढ़िया रहा। कंपनी ने बताया कि इसने 6.2 प्रतिशत का औसत लाभ दिया क्योंकि प्रबंधक कमोडिटी और मुद्रा बाजार की दिशाओं का लाभ उठाने में सफल रहे।

First Published - November 13, 2008 | 9:42 PM IST

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