शराब बनाने वाली कंपनी एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स (Allied Blenders and Distillers) ने आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के माध्यम से 1,500 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के साथ ड्राफ्ट पेपर फिर से दाखिल किए हैं।
कंपनी ने शुरुआत में ₹2,000 करोड़ जुटाने के लिए जून 2022 में बाजार नियामक के साथ ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दायर किया था।
कंपनी के 15 जनवरी के डीआरएचपी के अनुसार, एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स आईपीओ में 1,000 करोड़ रुपये तक के इक्विटी शेयरों का एक फ्रेश इश्यू और 500 करोड़ रुपये तक का ऑफर-फॉर-सेल (ओएफएस) शामिल है।
यह भी पढ़ें : EPACK Durable IPO: 19 जनवरी को खुलेगा आईपीओ, निवेश करने से पहले जरूर जानें ये बातें
प्रमोटर बीना किशोर छाबड़िया OFS में 250 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगी, जबकि अन्य प्रमोटर रेशम छाबड़िया जीतेंद्र हेमदेव 125 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे।
प्रमोटर ग्रुप की नीशा किशोर छाबड़िया भी ओएफएस में 125 करोड़ रुपये के शेयर बेचने का इरादा रखती हैं।
OFS साइज किया आधा
कंपनी द्वारा सेबी के पास दाखिल किए गए पिछले डीआरएचपी में प्रस्तावित ओएफएस का साइज 1,000 करोड़ रुपये से घटाकर आधा कर 500 करोड़ रुपये कर दिया गया है। बाद में तीनों प्रमोटरों ने अपने ओएफएस हिस्से को घटाकर आधा कर दिया।
यह भी पढ़ें : Medi Assist IPO: कंपनी के IPO का आज लास्ट दिन, ग्रे मार्केट प्राइस बढ़ा, चेक करें जरुरी डिटेल्स
सेबी ने आईपीओ को दी थी हरी झंडी
मुंबई स्थित शराब कंपनी ने लिस्टिंग से 2,000 करोड़ रुपये जुटाने के लक्ष्य के साथ जून 2022 में पहला ड्राफ्ट आईपीओ पेपर दाखिल किया था। सेबी ने दिसंबर 2022 में आईपीओ को हरी झंडी दे दी, लेकिन कंपनी बाजार से मिल रहे अच्छे संकेतों के बावजूद आगे नहीं बढ़ी।
भारत की तीसरी सबसे बड़ी आईएमएफएल (भारत निर्मित विदेशी शराब) कंपनी प्री-आईपीओ प्लेसमेंट के लिए रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के पास रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल करने से पहले, तरजीही मुद्दे या किसी अन्य विधि के माध्यम से 200 करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर सकती है।
अगर कंपनी प्री-आईपीओ प्लेसमेंट में फंड जुटाती है तो फ्रेश इश्यू साइज उसी हिसाब से कम हो जाएगा।
अगस्त 2023 तक, कंपनी के प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो में व्हिस्की, ब्रांडी, रम और वोदका में आईएमएफएल के 17 ब्रांड शामिल थे।