Nisus Finance IPO: निसुस फाइनेंस सर्विसेज के शेयरों ने 11 दिसंबर को स्टॉक मार्केट में शानदार एंट्री की है। आईपीओ के तहत यह शेयर 180 रुपये के भाव पर जारी हुए थे, लेकिन मार्केट में 225 रुपये पर लिस्ट हुए, जिससे आईपीओ निवेशकों को सीधे 25% का लिस्टिंग गेन मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और बढ़े और 236.25 रुपये के अपर सर्किट पर पहुंच गए। इसका मतलब है कि अब आईपीओ में पैसा लगाने वाले निवेशक 31.25% का फायदा कमा रहे हैं।
कितना हुआ सब्सक्राइब?
निसुस फाइनेंस सर्विसेज का ₹114.24 करोड़ का IPO 4-6 दिसंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस दौरान IPO को मिला-जुला रिस्पांस मिला, क्योंकि एंप्लॉयीज के लिए आरक्षित हिस्सा पूरा सब्सक्राइब नहीं हुआ। हालांकि, ओवरऑल यह 192.29 गुना सब्सक्राइब हुआ। QIB का हिस्सा 93.84 गुना भरा, NII का हिस्सा 451.21 गुना, रिटेल इनवेस्टर्स का हिस्सा 139.78 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा सिर्फ 0.90 गुना भरा। इससे साफ है कि बड़े इनवेस्टर्स ने ज्यादा दिलचस्पी दिखाई।
आईपीओ से जुटाए गए पैसे का उपयोग
इस आईपीओ के जरिए 101.62 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए और 7,00,800 शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बेचे गए। OFS से मिलने वाला पैसा उन शेयरहोल्डर्स को जाएगा जो अपने शेयर बेच रहे हैं। नए शेयरों से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल कंपनी गिफ्ट सिटी (गांधीनगर), डीआईएफसी (दुबई), और एफएससी (मॉरीशस) में फंड सेटअप को बढ़ाने, फैसिलिटी और फंड मैनेजमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने, और फंड पूल बनाने के लिए करेगी। इसके अलावा, ये रकम आरबीआई के पास रजिस्टर्ड एनबीएफसी निसुस फिनकॉर्प में निवेश कर उसकी कैपिटल बेस बढ़ाने और अन्य कॉरपोरेट जरूरतों को पूरा करने में भी उपयोग होगी।
जानें कंपनी के बारे में
2013 में शुरू हुई निसस फाइनेंस सर्विसेज, ‘निसस फाइनेंस ग्रुप’ और ‘निफको’ ब्रांड्स के तहत काम करती है। यह कंपनी ट्रांजैक्शन एडवाइजरी सेवाओं में एक्सपर्ट है। इसकी सहायक कंपनियां, जैसे निसस बीसीडी एडवाइजर्स एलएलपी और निसस फाइनेंस एंड इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स एलएलपी, रियल एस्टेट और अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर फंड व एसेट मैनेजमेंट में एक्टिव हैं। निसस फिनकॉर्प प्राइवेट कंपनी की एनबीएफसी यूनिट है जो फाइनेंसिंग सॉल्यूशंस प्रोवाइड करती है। इस आईपीओ का रजिस्ट्रार स्काईलाइन फाइनेंशियल सर्विसेज है और इसका लीड मैनेजर बीलाइन कैपिटल एडवाइजर्स है।