Nova Agritech IPO: नोवा एग्रीटेक का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए मंगलवार, 23 जनवरी को खुला और गुरुवार, 25 जनवरी को बंद हुआ। नोवा एग्रीटेक आईपीओ का प्राइस बंद 2 रुपये के फेस वैल्यू पर 39 से 41 रुपये प्रति शेयर के बीच तय किया गया था।
BSE के आंकड़ों के अनुसार, तीसरे और अंतिम दिन नोवा एग्रीटेक के आईपीओ को निवेशकों से तगड़ा रेस्पांस मिला था और इश्यू को 109.37 गुना सब्सक्राइब किया गया था।
कब अलॉट होंगे नोवा एग्रीटेक के शेयर ?
नोवा एग्रीटेक आईपीओ के शेयर अगले सप्ताह सोमवार यानी 29 जनवरी को अलॉट होंगे। निवेशकों को नोवा एग्रीटेक आईपीओ रजिस्ट्रार की वेबसाइट पर नजर रखनी होगी, जो कि बिगशेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड है।
अलॉट होने वाले शेयर 30 जनवरी को अप्लाई करने वाले व्यक्तियों के डीमैट खातों में आ जाएंगे। वहीं, जिन लोगों को शेयर नहीं मिले उनके लिए रिफंड की प्रक्रिया उसी दिन शुरू हो जाएगी।
कब लिस्ट होंगे नोबा एग्रीटेक के शेयर ?
नोवा एग्रीटेक आईपीओ के शेयर बुधवार, 31 जनवरी को NSE और BSE पर लिस्ट होंगे।
ग्रे मार्केट से क्या संकेत ?
नोवा एग्रीटेक आईपीओ (Nova Agritech IPO) का जीएमपी या ग्रे मार्केट प्रीमियम पिछले सात ट्रेडिंग सत्रों के समान +20 ही है। इन्वेस्टरगेन.कॉम के अनुसार, यह संकेत देता है कि नोवा एग्रीटेक का शेयर ग्रे मार्केट में 20 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है।
कंपनी के आईपीओ प्राइस बैंड के अपर एंड और ग्रे मार्केट में मौजूदा प्रीमियम को ध्यान में रखते हुए नोवा एग्रीटेक के शेयर 61 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हो सकते हैं, जो इश्यू प्राइस 41 रुपये से 48.78 प्रतिशत ज्यादा है।
कहां होगा फंड का इस्तेमाल ?
आईपीओ के जरिये मिलने वाली राशि का इस्तेमाल कंपनी एक नया फॉर्मूलेशन प्लांट स्थापित करने के लिए अपनी सहायक कंपनी नोवा एग्री साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड में निवेश को लेकर करेगी।
साथ ही मौजूदा फॉर्मूलेशन प्लांट के विस्तार के लिए कंपनी में पूंजीगत व्यय भी डालेगी। इसके अलावा सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए भी फंड का इस्तेमाल किया जाएगा।
नोवा एग्रीटेक लिमिटेड के बारे में
मई 2007 में हैदराबाद में स्थापित नोवा एग्रीटेक लिमिटेड ऐसे उत्पाद बनाती है जो किसानों को बेहतर फसल उगाने में मदद करते हैं। मुख्य फोकस तीन चीजों पर है: मिट्टी की हेल्थ, पौधों की देखभाल और फसल सुरक्षा।
कंपनी टेक्नोलॉजी का उपयोग कर उत्पाद बनाती हैं। साथ ही कंपनी किसानों की जरूरतों के बारे में जानकारी हासिल करने और उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने वाले अनुकूलित समाधान विकसित करने के लिए उनके साथ सहयोग करती है।