Unimech Aerospace IPO: इंजिनीरिंग सोल्यूशन कंपनी यूनिमेक एयरोस्पेस एंड मेन्यूफेक्चरिंग लिमिटेड का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) अप्लाई करने के लिए सोमवार (23 दिसंबर से) खुल गया है। साल 2024 का दूसरा आखिरी आईपीओ अप्लाई करने के लिए 26 दिसंबर को बंद होगा।
कंपनी ने 5 रुपये प्रति शेयर के फेस वैल्यू पर 63,69,424 शेयरों के फ्रेश इश्यू और 531,84,712 शेयरों की बिक्री पेशकश (OFS) के जरिये 500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। ओएफएस में भाग लेने वाले कंपनी के प्रमोटरों में रामकृष्ण कमोझाला, मणि पी, रजनीकांत बलरामन, प्रीतम एसवी और रस्मी अनिल कुमार शामिल हैं।
यूनिमेक एयरोस्पेस ने अपने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 745-785 रुपये प्रति शेयर तय किया है। एक लॉट में 19 शेयर हैं। ऐसे में निवेशकों को कम से कम 19 शेयरों के लिए अप्लाई करना होगा जिसकी राशि 14,915 रुपये बनती है। वहीं, रिटेल निवेशक 13 लॉट के लिए सब्सक्राइब कर सकते हैं।
यूनिमेक एयरोस्पेस आईपीओ के नॉन लिस्टिड शेयर ग्रे मार्केट में मजबूत लिस्टिंग के संकेत दे रहे हैं। बाजार के जानकारों के अनुसार, यूनिमेक एयरोस्पेस के नॉन लिस्टेड शेयर सोमवार (23दिसंबर) को 1265 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। यह आईपीओ प्राइस 785 रुपये के अपर एन्ड के मुकाबले 480 रुपये या 61.15 प्रतिशत के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) को दर्शाता है।
कब लिस्ट होंगे शेयर
आईपीओ सब्सक्राइब करने के लिए गुरुवार (26 दिसंबर) को बंद हो जाएगा। यूनिमेक एयरोस्पेस आईपीओ शेयरों के अलॉटमेंट को शुक्रवार (27 दिसंबर) को फाइनल रूप दिए जाने की उम्मीद है। सफल बोलीदाताओं को सोमवार (30 दिसंबर) तक उनके डीमैट खातों में शेयर मिल जाएंगे।
SBI Securities की BUY की सलाह
ब्रोकरेज फर्म एसबीआई सिक्योरिटीज ने यूनिमेक एयरोस्पेस आईपीओ को कट-ऑफ प्राइस पर सब्सक्राइब करने की सलाह दी है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी विमान रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ), रक्षा, सेमीकंडक्टर और एनर्जी इंडस्ट्रीज में अनुप्रयोगों के साथ एयरो टूल्स और सटीक कॉम्पोनेन्ट मेन्यूफेक्चरिंग के एक विशिष्ट क्षेत्र में काम कर रही है।
वैश्विक एमआरओ बाजार अगले 4-5 वर्षों में महत्वपूर्ण वृद्धि के लिए तैयार है, जो बेड़े में नए विमानों के तेजी से शामिल होने और भारत में घरेलू एमआरओ और विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र की स्थापना से प्रेरित है।
कंपनी अधिग्रहण (हाल ही में धेया इंजीनियरिंग में 30% हिस्सेदारी का अधिग्रहण) के जरिये अपनी डिजाइनिंग और विनिर्माण क्षमताओं का विस्तार करना चाहती है। यह अमेरिका में आर्गेनिक/इन-आर्गेनिक अवसरों की भी तलाश कर रहा है जो इसके प्रमुख बाजार में ग्राहकों को सर्विस देने की क्षमता का विस्तार करेगा।
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कंपनी ने 31 मार्च, 2024 को समाप्त हुए वित्त वर्ष के लिए ₹13.23 की प्रति शेयर आय (ईपीएस) दर्ज किया। इससे आईपीओ प्राइस के अपर एन्ड पर प्राइस -टू-अर्निंग (P/E) रेश्यो लगभग 59.33x हो गया। यह एयरोस्पेस और मेन्यूफेक्चरिंग सेक्टर की अन्य कंपनियों के लगभग 222.44x के एवरेज पी/ई रेश्यो 7.34x से 273.47x की तुलना में काफी कम है।