सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयर बुधवार को दबाव में रहे। निफ्टी आईटी इंडेक्स 2.2 फीसदी फिसल गया और कारोबारी सत्र के दौरान यह 35,804.6 के निचले स्तर पर चला गया। आखिर में निफ्टी आईटी के 10 शेयरों में से 7 टूटे और टेक महिंद्रा में 2 फीसदी, टीसीएस, इन्फोसिस और परसिस्टेंट सिस्टम्स में 1 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज हुई।
आईटी क्षेत्र में कमजोरी फेडरल रिजर्व के नीतिगत फैसले से पहले आई जो आज देर रात फैसला करेगा। नरम आर्थिक आंकड़ों और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के शुल्क लगाने की अनिश्चितता के बीच निवेशक फेड चेयरमैन जीरोम पॉवेल के भाषण का इंतजार करेंगे।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक दरों को लेकर अपने तिमाही अपडेट साझा करेगा। साथ ही जीडीपी, महंगाई और बेरोजगारी पर अपना आउटलुक पेश करेगा। खबरों के अनुसार फेड बेंचमार्क ब्याज दर को 4.25 फीसदी से 4.5 फीसदी के दायरे में स्थिर रख सकता है। रिपोर्टों के अनुसार ट्रंप का इरादा 2 अप्रैल से जैसे को तैसी वाली नई टैरिफ दरें लागू करने का है। वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट की पहले की टिप्पणियों में इनके लागू होने में संभावित देरी का संकेत देने के बावजूद व्हाइट हाउस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इस बीच, फरवरी में अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में 0.2 फीसदी की वृद्धि हुई जो अक्टूबर के बाद सबसे कम वृद्धि है। इससे सालाना मुद्रास्फीति दर 2.8 फीसदी पर पहुंच गई। इसके अलावा अमेरिका में तकनीक से संबंधित मेगा कैप स्टॉक में बिकवाली ने भी मनोबल पर चोट पहुंचाने का काम किया।
अल्फाबेट में 3 फीसदी की गिरावट इस खबर के बाद आई कि कंपनी अपने सबसे बड़े सौदे के तहत करीब 32 अरब डॉलर में विज को खरीदेगी क्योंकि गूगल की मूल कंपनी साइबर सुरक्षा पर दोगुना जोर दे रही है। एनवीडिया में 2.3 फीसदी की गिरावट आई। उम्मीद है कि कंपनी अपने सालाना सॉफ्टवेयर डेवलपर सम्मेलन में अपने नवीनतम एआई चिप के विवरण का खुलासा करेगी।
टेस्ला में 4.2 फीसदी की गिरावट हुई। इसका कारण ब्रोकरेज फर्म आरबीसी की ओर से ईवी निर्माता के शेयर का कीमत लक्ष्य कम करना था। ब्रोकरेज ने इशारा किया कि कंपनी चीन और यूरोप में बाजार हिस्सेदारी गंवा रही है। अन्य मेगा कैप में भी गिरावट आई और एमेजॉन डॉट कॉम में 1.8 फीसदी और मेटा में 4.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
मंगलवार को वॉल स्ट्रीट सूचकांक गिरकर बंद हुए और डाउ जोन्स में 0.62 फीसदी, एसऐंडपी 500 में 1.07 फीसदी और नैसडेक में 1.71 फीसदी की गिरावट आई। रिपोर्टों के अनुसार वैश्विक ब्रोकरेज सिटी ने भारतीय आईटी शेयरों पर सतर्क रुख अपनाया है। उसका मानना है कि कैलेंडर वर्ष 2025 में 16 फीसदी की गिरावट के बावजूद मूल्यांकन 24 गुना से ज्यादा हैं। इसके अलावा, ब्रोकरेज को वित्त वर्ष 26 में राजस्व में 4 प्रतिशत फीसदी वृद्धि की उम्मीद है और वह मार्जिन सुधार के मोर्चे पर सतर्क है।