कोटक ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य निवेश अधिकारी (इक्विटी) हर्ष उपाध्याय ने निवेशकों को शेयर बाजार से रिटर्न की उम्मीद कम करने की सलाह दी है। उपाध्याय के मुताबिक धीमी अर्थव्यवस्था, कंपनियों की आय में नरमी और ऊंचे मूल्यांकन के कारण इक्विटी से रिटर्न की औसत उम्मीद में कमी करना आवश्यक है। उन्होंने जोर दिया कि निवेशकों को पिछले चार साल के रिटर्न पर ही पूरी तरह ध्यान नहीं देना चाहिए बल्कि बाजार के लंबी अवधि के व्यवहार पर विचार करना चाहिए।
उपाध्याय ने चालू वर्ष को कंपनियों की आय के लिए एकीकरण में से एक बताया और वर्ष के अंत तक मामूली आय वृद्धि का अनुमान प्रकट किया। हालांकि उन्हें उम्मीद है कि त्योहारी मांग, अच्छी बारिश और सरकारी खर्च में बढ़ोतरी के कारण अगले साल से कमाई में बढ़ोतरी होगी।
उपाध्याय ने कहा कि त्योहारी मांग और अच्छी बारिश के कारण आगे की तिमाहियों में चीजें बेहतर होने की संभावना है, हमें उपभोग के रुझान में बढ़ोतरी दिखनी चाहिए। साथ ही, निवेश की बात करें तो सरकार पहली छमाही की तुलना में अधिक खर्च करने के लिए मजबूर होगी। इससे उन सभी क्षेत्रों को मदद मिल सकती है जो आर्थिक वृद्धि से गहरे से जुड़े हैं।
सकारात्मक वृद्धि के परिदृश्य के बावजूद उपाध्याय ने आगाह किया कि मूल्यांकन ऊंचा बना हुआ है और निवेशकों को पोजीशन लेने से पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिए। कोटक एएमसी इक्विटी के भीतर लार्ज कैप पर ओवरवेट रुख की सिफारिश कर रही है क्योंकि इनमें गिरावट मिड और स्मॉल कैप की तुलना में थोड़ा ज्यादा रही है।
बाजार में हालिया बिकवाली के बाद उपाध्याय ने पाया कि बीएसई-500 के भीतर कई शेयर अभी भी ऊंचे मूल्यांकन पर कारोबार कर रहे हैं। उन्होंने निवेशकों को टिकाऊ संपदा बनाने के लिए क्षेत्रों और शेयरों का चयन करते समय सतर्क रहने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि जो बुलबुला था, उसका बड़ा हिस्सा बाजार से निकल गया है, लेकिन अभी भी अधिकांश कंपनियां ऊंची कीमतों पर कारोबार कर रही हैं। उच्च वृद्धि को देखते हुए इनमें से कुछ को उचित ठहराया जा सकता है। लेकिन मोटे तौर पर जब आप बाजारों को देखते हैं तो सेक्टर के चयन में आपको बहुत सावधान रहना होगा।