परमाणु करार की राह में आ रही मुश्किलों के दूर हो जाने के बाद 30 शेयरों वाले बीएसई सेंसेक्स व एसएंडपी निफ्टी में हुई जोरदार वृध्दि मुनाफा वसूली से संतुलन बिंदु पर आ गई।
नतीजतन ये बाजार बिना किसी संकेत के बंद हुए जबकि अनुकूल हालातों के बाद सेंसेक्स को 15,100 और निफ्टी को 4520 से ऊपर बंद होना ही था। इस लिहाज से बीएसई सेंसेक्स एस एंड पी सीएनएक्स निफ्टी आदि प्रमुख सूचकांक अपने-अपने मनोवैज्ञानिक महत्व के 15,000 और 4,500 के स्तर से नीचे बंद हुए।
एफ एंड ओ में लॉर्ज कैप स्टॉक खासकर के बैंकिंग व फाइनेंस, कैपिटल गुड्स, पॉवर और रियालटी के शेयरों में दोपहर बाद जमकर मुनाफा वसूली हुई। बैंकिंग और फाइनेंस क्षेत्र में एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और स्टैट बैंक ऑफ इंडिया दिन के सबसे निचले स्तर पर बंद हुए। इनके कारोबार की अंतिम चार घंटों की ऑर्डर बुक बताती है कि बेचने वालों की संख्या खरीदने वालों से कहीं अधिक थी।
कैपिटल गुड्स के शेयरों में भेल, लॉर्सन एंड ट्रूबो के शेयर दिन के सर्वोच्च स्तर से लगभग 100 रुपये नीचे बंद हुए। यह बड़े पैमाने पर हुई बड़ी प्रॉफिट बुकिंग का सबूत है। रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर भी प्रॉफिट बुकिंग की बात कहता है क्योंकि इस शेयर भी दिन के सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ।
सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज, एसजीएक्स निफ्टी फ्यूचर्स ने शाम के कारोबार के दौरान एनएसई में 4506 के बंद होने के स्तर की तुलना में 4520 के स्तर पर अपना पैतरा बदला। सितम्बर फ्यूचर ने अपना स्पॉट से प्रीमियम 14 अंक से बढ़ाकर 24 अंक कर किया। यह उसे एनएसई में मिले सशक्त खरीददारी समर्थन का प्रमाण है।
विकल्प के आंकड़े बताते हैं कि सूचकांक को 4500 के स्तर पर सशक्त सपोर्ट और 4600 से ऊपर रेजिस्टेंस मिला हुआ है। 4500 का कॉल आप्शन का ओपन इंट्रेस्ट 54.4 लाख शेयरों के सशक्त वॉल्युम के बाद भी गिरने का प्रमाण दे रहा है। यह कॉल राइटरों द्वारा शॉर्ट कवरिंग किए जाने का सबूत है।