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बाजार हलचल : बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में होगा फायदा, घाटा नहीं

वितरकों ने कहा कि बैलेंस्ड एडवांटेज फंड व अन्य हाइब्रिड फंड ऐसी अवधि में इक्विटी योजनाओं में की गई मुनाफावसूली के निवेश का अच्छा विकल्प है।

Last Updated- July 02, 2023 | 9:03 PM IST
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महंगे मूल्यांकन को लेकर चिंता और शेयरों के रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बीच बैलेंस्ड एडवांटेज फंड जल्द ही वापस निवेशकों के रेडार पर आ सकते हैं। अक्टूबर से मई के बीच आठ महीनों में से सात में शुद्ध‍ निकासी का सामना करने वाला बैलेंस्ड एडवांटेज फंड ​पिछली बार निवेशकों का पसंदीदा फंड बनकर तब उभरा था जब बाजार 2021 की दूसरी छमाही में नई ऊंचाई पर पहुंचा था।

वितरकों ने कहा कि बैलेंस्ड एडवांटेज फंड व अन्य हाइब्रिड फंड ऐसी अवधि में इक्विटी योजनाओं में की गई मुनाफावसूली के निवेश का अच्छा विकल्प है। कुछ वितरकों ने कहा कि इस बार भी वे निवेशकों को सलाह दे रहे हैं कि वे अपने इक्विटी कोष का एक हिस्सा डेट या हाइब्रिड फंडों में लगाएं, खास तौर से जिन्हें एक या दो साल बाद रकम की दरकार होगी। बैलेंस्ड एडवांटेज फंड सबसे ज्यादा लोकप्रिय हाइब्रिड फंड है।

नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का वर्चस्व कम होगा

दो दशक से ज्यादा समय से नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का दबदबा रहा है। हालांकि नियामकों का मानना है कि एक से ज्यादा कामयाब एक्सचेंज होना चाहिए, जो हर किसी के बेहतर हित में होगा, हालांकि नेटवर्क प्रभाव सबसे मजबूत एक्सचेंज के हक में बरकरार रहेगा।

सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच ने हाल में कहा है कि पूंजी बाजार नियामक ने स्टॉक एक्सचेंजों के क्षेत्र में और ज्यादा एकसमान मौका सुनिश्चित करने के लिए करीब आधा दर्जन पहल की रूपरेखा तय की है। नियामक का मकसद संकेंद्रित जोखिम घटाना और साइबर सुरक्षा व तकनीकी नाकामियों से मार्केट इकोसिस्टम को संरक्षित करना है।

पिछले हफ्ते एनएसई ने बैंक निफ्टी डेरिवेटिव सेटलमेंट गुरुवार से शुक्रवार करने का फैसला वापस ले लिया। यह कदम बीएसई की तरफ से दोबारा पेश किए गए सेंसेक्स व बैंकेक्स डेरिवेटिव के निपटान के लिए शुक्रवार का दिन चुनने के फैसले को देखते हुए उठाया गया था, जो डेरिवेटिव में एनएसई के वर्चस्व में कमी की शुरुआत है।

इससे पहले सेबी ने ब्रोकरों को निर्देश जारी किया था कि वे ट्रेडरों व निवेशकों को सभी एक्सचेंजों पर ट्रेडिंग की प्राथमिकता की पेशकश करें। अब बाजार की नजर सेबी के अगले कदम पर होगी।

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बड़े फायदे की उम्मीद पर आवंटन की कम संभावना

हाल में संपन्न आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी और सायंट डीएलएम के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम की भारी-भरकम मांग रही और कुल बोली 50,000 करोड़ रुपये के पार निकल गई। अगर ग्रे मार्केट प्रीमियम पर नजर डालें तो सूचीबद्ध‍ता पर आइडियाफोर्ज में 70 फीसदी से ज्यादा और सायंट में करीब 40 फीसदी का फायदा हो सकता है। इनकी सूचीबद्ध‍ता 10 जुलाई को हो सकती है।

खुदरा निवेशकों ने खुदरा व स्मॉल एचएनआई श्रेणियों में आवेदन किया है। खुदरा व स्मॉल एचएनआई श्रेणियों में आवेदन करने वालों को क्रमश: 15,000 रुपये व 2 लाख रुपये के शेयर आवंटित हो सकते हैं।

हालांकि पेशकश के मुकाबले ज्यादा आवेदन को देखते हुए आवंटन के बारे में कुछ भी कहना मुश्किल होगा। उद्योग के प्रतिभागियों ने कहा कि आईडियाफोर्ज में 60 में एक और सायंट में 40 में एक निवेशकों को आवंटन की संभावना है।

First Published - July 2, 2023 | 9:03 PM IST

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