परमाणु करार पर फिर से शुरू हुई राजनीतिक गहमा-गहमी और वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख से भारतीय शेयर बाजार पस्त नजर आए।
सुबह बाजार खुलते ही बिकवाली का दबाव बढ़ गया और बैंकिग, रियल्टी क्षेत्रों के शेयरों में मुनाफावसूली के चलते भारी गिरावट दर्ज की गई। हालांकि दोपहर तक बाजार ने वापसी करने का प्रयास किया, लेकिन बिकवाली के दबाव पूरी तरह हावी रहा।
कारोबार समाप्ति पर बंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 415.27 अंक लुढक़ कर 14,483,83 के स्तर पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 95.45 अंक नीचे 4,352.30 के स्तर पर बंद हुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में तकरीबन एक फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
विदेशी बाजारों में भी शुक्रवार को बिकवाली हावी रहा। गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजार डाऊ जोंस 344 अंक और नैस्डेक 74 अंक नीचे बंद हुआ। इसका असर शुक्रवार को एशियाई बाजारों में भी दिखा। जापान, ताइवान, हांगाकांग, चीन समेत सभी प्रमुख एशियाई बाजारों में जमकर मुनाफावसूली देखी गई।
बीएसई के क्षेत्रीय सूचकांकों में एफएमसीजी को छोड़कर सभी में गिरावट दर्ज की गई। अचल संपत्ति सूचकांक 4 फीसदी, जबकि धातु और आईटी सूचकांक में 3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। तकनीकी और फार्मा क्षेत्र में भी 2 फीसदी की कमजोरी देखी गई। पीएसयू, ऊर्जा, तेल और गैस सूचकांक में भी गिरावट का रुख रहा।
गिरावट वाले शेयरों में रैनबैक्सी प्रमुख रहे, जिसमें करीब 8 फीसदी की कमजोरी दर्ज की गई। एचडीएफसी और डीएलएफ के शेयरों में 5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। विप्रो, इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक के शेयरों 4 फीसदी नरमी के साथ बंद हुए।
सत्यम, टाटा स्टील और रिलायंस के शेयर करीब 3 फीसदी टूटे। इसके अलावा, हिंडाल्को, एलएंडटी, टाटा मोटर्स और भारती एयरटेल के शेयर भी कमजोरी के साथ बंद रहे। सेंसेक्स में बढ़ने वाले शेयरों में हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी और ओएनजीसी प्रमुख रहे।
सेंसेक्स
415.27 अंक लुढ़का
14,483,83 के स्तर पर बंद
निफ्टी
95.45 अंक लुढ़का
4,352.30 के स्तर पर बंद