बैंक ऑफ अमेरिका दुनिया के सबसे बड़े रीटेल ब्रोकिंग फर्म मेरिल लिंच को खरीदने पर सहमत हो गया है। बैंक ने कहा है कि वह मेरिल लिंच एंड कं पनी के सभी शेयर 50 अरब डॉलर में खरीदेगा।
यह समझौता लीमन ब्रदर्स होल्डिंग लिमिटेड के भविष्य को लकर हुए बहुत ही कठिन बातचीत केबाद हो पाया है जिससे कि इस बात का डर सताने लगा था कि बाजार में कारोबार करने वाले या अपनी भागीदारी रखनेवाले अन्य निवेश बैकों में अपना विश्वास खो देंगे।
हेज फंड सीक्ल्फि कैपिटल के पोर्टफोलियो मैनेजर जेम्स एलमैन ने कहा कि इस समझौते से बैंक ऑफ अमेरिका अपने तीन कारोबारों जिसमें कि उसकी स्थिति कमजोर थी ,उसमें वह मजबूत स्थिति में आ जाएगी। एलमैन ने कहा कि मेरिल लिंच का अधिग्रहण करने के बाद अब देश की सबसे बड़ी खुदरा ब्रोकरेज, विश्व की प्रमुख निवेश बैंक और और विश्व की बेहतरीन फंड प्रबंधक मेरिल लिंच पर बैंक ऑफ अमेरिका का अधिकार हो जाएगा।
बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच के प्रत्येक शेयर के बदले बैंक ऑफ अमेरिका कॉमन स्टॉक के 0.8595 शेयर का भुगतान करने को सहमत हो गया है। बैंक मेरिल लिंच के 44 अरब डॉलर शेयर खरीदने जा रही है और इसकेसाथ ही 6 अरब डॉलर के ऑप्शन, कंवर्टिबल और सीमित स्टॉक यूनिट भी खरीद रही है।
उल्लेखनीय है कि बैंक ऑफ अमेरिका ने मेरिल लिंच के शेयर को 29 डॉलर प्रति शेयर के हिसाब से खरीद रही है जो लिंच के पिछले शुक्रवार की कीमत से 70 प्रतिशत अधिक है। गौरतलब है कि मेरिल लिंच का शेयरों का कारोबार इस साल मई में 50 डॉलर प्रति शेयर के हिसाब से हो रहा था जबकि जनवरी 2007 की शुरूआत में कारोबार 90 डॉलर प्रति शेयर की दर से हो रहा था।
बैंक ऑफ अमेरिका ने कहा है कि उसे 2012 तक पूर्ण रूप से प्रीटेक्स एक्सपेंस सविंग में 7 अरब डॉलर प्राप्त करने का विश्वास है और इसके अलावा बैंक को इस समझौते से 2010 तक मुनाफा मिलना शुरू हो जाएगा। परिचालन के अगले साल की पहली तिमाही तक बंद हो जाने की संभावना है।
बैंक ऑफ अमेरिका और मेरिल लिंच केबीच हुए इस समझौते को दोनों कंपनियों के निदेशक मंडलों की अनुमति मिल गई है। मेरिल लिंच के निदेशक बैंक ऑफ अमेरिका केनिदेशक मंडल में शामिल होंगे।