मेट्रोपोलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एमएसई) ने बने रहने की कोशिश के तहत निवेशकों से 238 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। अपनी वेबसाइट पर किए गए खुलासे में संकटग्रस्त एक्सचेंज के बोर्ड ने प्राइवेट प्लेसमेंट के माध्यम से 1 रुपये के प्रीमियम पर 1 रुपये अंकित मूल्य वाले 1.19 अरब इक्विटी शेयर जारी करने को मंजूरी दे दी है।
प्रस्तावित आवंटियों में बिलियनब्रेन्स गैराज वेंचर्स (सक्रिय क्लाइंट के लिहाज से सबसे बड़े ब्रोकर ग्रो की मूल कंपनी), रेनमैटर इन्वेस्टमेंट्स (ब्रोकरेज जीरोधा के संस्थापकों की निवेश इकाई), बीएसई पर सूचीबद्ध शेयर इंडिया सिक्योरिटीज और सिक्योरोकॉर्प सिक्योरिटीज इंडिया शामिल हैं। आवंटन आगामी बैठक में मौजूदा शेयरधारकों की मंजूरी के बाद होगा।
स्टॉक एक्सचेंज को भेजी जानकारी में इंडिया सिक्योरिटीज ने कहा है कि उसने एमएसई में 4.958 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 59.5 करोड़ रुपये लगाने का रणनीतिक निर्णय लिया है। इससे एमएसई का मूल्यांकन 1,200 करोड़ रुपये पर होने का अनुमान है।
एमएसई के पास इक्विटी, उसके डेरिवेटिव, करेंसी डेरिवेटिव, डेट और एसएमई प्लेटफॉर्म का लाइसेंस है। पहले इसका नाम एमसीएक्स-एसएक्स था और 2008 में जिग्नेश शाह की कंपनियों की अगुआई में इसका गठन किया गया था।
एडलवाइस कमोडिटीज, आईएलऐंडएफएस फाइनैंशियल सर्विसेज जैसी वित्तीय संस्थाओं और राकेश झुनझुनवाला और राधाकिशन दमानी जैसे निवेशकों ने भी एमएसई में निवेश किया।