इंडसइंड बैंक, सुजलॉन और पेटीएम के शेयर बुधवार के कारोबार में सुर्खियों में रहेंगे, क्योंकि इन्हें एमएससीआई ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में शामिल किए जाने की संभावना है। इनके अलावा अन्य 6 शेयरों में एमएससीआई सूचकांकों से जुड़े पैसिव फंडों से करीब 2 अरब डॉलर का निवेश प्रवाह आकर्षित हुआ है। वैश्विक सूचकांक प्रदाता द्वारा बुधवार को बाजार खुलने से पहले अपने सूचकांक में फेरबदल की घोषणा किए जाने की संभावना है।
नुवामा अल्टरनेटिव ऐंड क्वांटीटेटिव रिसर्च द्वारा कराए गए विश्लेषण से पता चला है कि पर्सिस्टेंट सिस्टम्स, एपीएल अपोलो, पॉलिकैब, मैक्रोटेक डेवलपर्स, टाटा मोटर्स डीवीआर और टाटा कम्युनिकेशन ऐसे अन्य 6 शेयर हैं जिन्हें एमएससीआई सूचकांक में शामिल किया जाएगा। 9 शेयरों में अनुमानित खरीदारी 1,300 करोड़ रुपये से 2,400 करोड़ रुपये के दायरे में रहने का अनुमान है।
अक्सर जिन शेयरों को किसी बड़े सूचकांक में शामिल किया जाता है, उनमें तेजी आने की संभावना रहती है। हालांकि इन 9 में से कई शेयर इस उम्मीद से पहले ही चढ़ चुके हैं।
उदाहरण के लिए, इंडसइंड बैंक का शेयर एक महीने में 4 प्रतिशत और 6 महीने में 23 प्रतिशत तक चढ़ा है। निफ्टी पिछले एक महीने में 1.5 प्रतिशत कमजोर हुआ और पिछले 6 महीने में 6 प्रतिशत मजबूत हुआ। इसी तरह सुजलॉन का शेयर पिछले एक महीने में 37 प्रतिशत और 6 महीने में 4.5 गुना चढ़ा है। हालांकि इस तेजी के लिए सिर्फ सूचकांक में शामिल होना नहीं माना जा सकता।
जहां एमएससीआई की घोषणा इस संबंध में बुधवार की होगी, लेकिन संबंधित बदलाव 30 नवंबर से प्रभावी होंगे।
करीब दो दर्जन घरेलू शेयरों को एमएससीआई स्मॉलकैप इंडेक्स में शामिल किया जा रहा है। इनमें से कुछ हैं गोकलदास एक्सपोर्ट्स, एसजेवीएन, हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन और पीटीसी इंडिया। वहीं करीब एक दर्जन शेयर इस सूचकांक से बाहर हो सकते हैं।
एफटीएसई रसेल द्वारा शुक्रवार को एफटीएसई ऑल वर्ल्ड और एफटीएसई ऑल कैप सूचकांकों में बदलाव की घोषणा किए जाने की संभावना है। आईआईएफएल अल्टरनेटिव रिसर्च की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मैनकाइंड फार्मा इस सूचकांक में शामिल हो सकता है।
इस बदलाव से कंडोम निर्माता मैनकाइंड फार्मा के शेयर में करीब 3 करोड़ डॉलर का निवेश आ सकता है। एफटीएसई सूचकांकों के लिए समायोजन तारीख 15 दिसंबर होगी।