अभी करीब 61 लाख करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का प्रबंधन करने वाला म्युचुअल फंड उद्योग अगले दो से तीन साल में 100 लाख करोड़ रुपये की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों (एयूएम) के पार निकलने की राह पर है। इक्रा एनालिटिक्स ने एक रिपोर्ट में ये बातें कही है। उद्योग ने दिसंबर 2023 के बाद की छह महीने की अवधि में रिकॉर्ड 10.38 लाख करोड़ रुपये एयूएम में जोड़े हैं। इक्रा एनालिटिक्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अश्विनी कुमार ने कहा, भारतीय वित्तीय बाजार की सुदृढ़ता और भारतीय अर्थव्यवस्था में वृद्धि का सुधरता परिदृश्य निवेशकों के भरोसे को मजबूत कर रहा है, जिससे खुदरा निवेशकों की भागीदारी बढ़ रही है।
निप्पॉन लाइफ इंडिया ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी का शुद्ध लाभ जून में समाप्त पहली तिमाही में 332 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का शुद्ध लाभ पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 41 फीसदी ज्यादा रहा। हालांकि यह लाभ इससे पिछली तिमाही के मुकाबले 3 फीसदी कम है। कंपनी का परिचालन राजस्व सालाना आधार पर 43 फीसदी की बढ़त के साथ 505 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कुल आय 35 फीसदी बढ़कर 636 करोड़ रुपये रही। कंपनी ने कहा कि उसका औसत तिमाही एयूएम जून
तिमाही में 4.8 लाख करोड़ रुपये रहा
सेबी ने क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों और ईएसजी रेटिंग प्रदाताओं को गिफ्ट सिटी में इंटरनैशनल फाइनैंशियल सर्विसेज सेंटर (आईएफएससी) में कामकाज की अनुमति दे दी। नियामक ने कहा कि सेबी पंजीकृत इन इकाइयों के कामकाज से जुड़े किसी मसले को वहां नियामकीय अधिकरण देखेगा। सेबी ने कहा, आईएफएससीए वहां क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों की तरफ से दी जाने वाली सेवाओं से संबंधित शिकायतों, प्रवर्तन की कार्रवाई और तीसरे पक्षकार को सूचनाएं मुहैया कराने (सांविधिक व न्यायिक निकायों समेत) के मामले को देखेगा।