मार्केट रेगुलेटर भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) इन्वेस्टमेंट फर्म क्वांट म्यूचुअल फंड (Quant Mutual Fund ) के खिलाफ जांच शुरू की है। सेबी की तरफ से यह कदम निवेश प्रबंधन में जुड़ी खामियों के चलते उठाया गया है।
इन वजह से सेबी ने क्वांट म्यूचुअल फंड के खिलाफ शुरू की जांच;
–सेबी ने क्वांट एमएफ के नियमित निरीक्षण के दौरान खामियां देखीं जिसके बाद रेगुलेटर की चिंता बढ़ गई।
–ये चिंताएं फ्रंट-रनिंग जैसी गतिविधियों से संबंधित हो सकती हैं, जहां कोई व्यक्ति ग्राहकों के सामने व्यापार करने के लिए विशेषाधिकार प्राप्त जानकारी का उपयोग करता है, जिससे खुद को अनुचित लाभ मिलता है।
–फ्रंट-रनिंग एक भ्रामक अभ्यास है जिसमें कोई भी व्यक्ति सौदों की पहली से मिली जानकारी के आधार पर ट्रेड करता है। इससे बाजार में हेरफेर करके अनुचित लाभ कमाने का मौका मिलता है।
क्यों SEBI कर रही Quant MF की जांच
सूत्रों ने बताया कि मार्केट रेगुलेटर की यह कार्रवाई रेगुलर जांच के दौरान पाई गई खामियों के बाद की गई है। ऑडिट फर्मों ने भी अपनी जांच में चिंताएं उठाईं, और उसकी जानकारी SEBI को सौंपी।
SEBI को भेजे गए प्रश्नों का कोई उत्तर खबर लिखे जाने तक नहीं मिला है। रविवार देर रात निवेशकों को एक संदेश में, क्वांट म्यूचुअल फंड (Quant MF) ने कहा कि SEBI की तरफ से पूछताछ की गई है।
सेबी की Quant MF पर कार्रवाई का निवेशकों पर क्या पड़ेगा असर?
एक्स पर क्रेडेंस वेल्थ एडवाइजर्स एलएलपी के संस्थापक कीर्तन शाह ने कहा, ”क्वांट एमएफ फंडों के पास उनके छोटे और मध्यम फंडों में भी पर्याप्त लार्ज कैप निवेश हैं। दोनों फंडों का अकेले रिलायंस में लगभग 10 प्रतिशत हिस्सा है। रिडेम्पशन के नजरिए से लिक्विडिटी कोई समस्या नहीं है। क्वांट के पास मौजूद मध्य और छोटे शेयरों में बिकवाली हो सकती है और संभव है कि शार्ट टर्म फंड का प्रदर्शन कुछ कमजोर रहेगा।”
उन्होंने कहा, ”लॉन्ग टर्म में फंड का क्या होगा, यह कोई भी अनुमान लगा सकता है। यदि सेबी को फ्रंट रनिंग की गतिविधियां मिलती हैं, तो फंड में निवेश धीमा हो जाएगा और इस वजह से शार्ट टर्म में फंड का प्रदर्शन कमजोर रहेगा। हालांकि, शेयरों का चयन करने की उनकी प्रक्रिया अच्छी तरह से काम कर रही है और यदि फंड रिटर्न देते हैं, तो हम सभी जानते हैं कि निवेशकों की याददाश्त कमजोर होती है।”
क्या होता है फ्रंट-रनिंग? (What is front-running)
फ्रंट-रनिंग (Front Running) एक गैरकानूनी काम है जिसमें फंड मैनेजर, डीलर या ब्रोकर भविष्य में होने वाले बड़े सौदों या ट्रेड के बारे में पहले जानकारी निकाल लेते है। इसके आधार पर वे फंड या शेयरों में आने वाले बदलाव से प्रॉफिट पाने के लिए ट्रेड से पहले अपना ऑर्डर देते हैं।
Quant MF ने किया सेबी की जांच को कंपर्म!
कंपनी की तरफ से बताया गया, ‘हाल ही में, SEBI ने क्वांट म्यूचुअल फंड से पूछताछ की है। हम इस मामले में सभी को जानकारी देना चाहते हैं। हम आपको भरोसा दिलाना चाहते हैं कि क्वांट म्यूचुअल फंड एक रगुलेटेड यूनिट है और हम किसी भी रिव्यू के दौरान रेगुलेटर का पूरी तरह से सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम जांच के लिए जरूरी मदद करेंगे और SEBI को नियमित और जरूरत के मुताबिक डेटा प्रदान करते रहेंगे।’
हाल के वर्षों में रिटेल इनफ्लो की वजह से क्वांट म्यूचुअल फंड में शानदार ग्रोथ देखने को मिली है। इसका AUM मार्च 2020 में 233 करोड़ से बढ़कर मौजूदा समय में 80,470 करोड़ हो गया है। यह म्यूचुअल फंड अपने एनालिटिक्स के आधार पर इन्वेस्टमेंट स्टाइल के लिए जाना जाता है।
घटनाक्रम की डायरेक्ट जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि कुछ और फंड हाउस भी कथित खामियों के लिए SEBI की जांच के दायरे में आ सकते हैं।