Mutual Fund NFO: एसेट मैनेजमेंट कंपनी कोटक महिंद्रा म्युचुअल फंड (Kotak Mahindra Mutual Fund) ने इक्विटी कैटेगरी में नया स्माल कैप फंड लॉन्च किया है। म्युचुअल फंड हाउस के NFO कोटक निफ्टी स्मालकैप 250 इंडेक्स फंड (Kotak Nifty SmallCap 250 Index Fund) का सब्सक्रिप्शन 6 जनवरी से खुल गया है। सब्सक्राइबर 20 जनवरी 2025 तक इस एनएफओ में आवेदन कर सकते हैं। यह ओपन एंडेड स्कीम है और यह अलॉटमेंट के बाद 30 जनवरी या उससे पहले खरीद-बिक्री के लिए दोबारा खुलेगी।
कोटक म्युचुअल फंड हाउस के मुताबिक, कोटक निफ्टी स्मालकैप 250 इंडेक्स फंड में मिनिमम 100 रुपये और उसके बाद किसी भी अमाउंट में निवेश कर सकते हैं। इसका बेंचमार्क इंडेक्स Nifty Smallcap 250 Index (Total Return Index (TRI)) है। इस स्कीम में एग्जिट लोड नहीं है। स्कीम के फंड मैनेजर देवेन्द्र सिंघल, सतीश डोंडापति और अभिषेक बिसेन हैं। एनएफओ में निवेशक रेगुलर और डायरेक्ट दोनों ऑप्शन से निवेश कर सकते हैं।
म्युचुअल फंड हाउस के मुताबिक, ऐसे निवेशक जो लॉन्ग टर्म कैपिटल ग्रोथ चाहते हैं, उनके लिए यह एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। स्कीम की परफॉर्मेंस Nifty Smallcap 250 Index के अनुरूप होगी। हालांकि यह ट्रैकिंग इरर के अधीन है।
इस स्कीम में एसेट एलोकेशन की बात करें तो निफ्टी स्मालकैप 250 इंडेक्स में शामिल इक्विटी और इक्विटी रिलेटेड इंस्ट्रूमेंट्स में 95 से 100 फीसदी निवेश हो सकता है। जबकि डेट और मनी मार्केट में फंड का एक्सपोजर मैक्सिमम 5 फीसदी रहेगा।
बीपीएन फिनकैप के डायरेक्टर एके निगम का कहना है, निवेशकों को नई स्ट्रैटजी और नई थीम वाले एनएफओ पर फोकस करना चाहिए। जहां तक इंडेक्स फंड्स में निवेश की बात हो, तो कंजरवेटिव इन्वेस्टर्स इसमें पैसा लगा सकते हैं। उनका कहना है कि अगर कोई प्रुवेन कैटेगरी हो तो इसमें निवेश का ऑप्शन चुना जा सकता है।
म्युचुअल फंड हाउस के मुताबिक, निवेश का मकसद हासिल करने के लिए इस स्कीम में निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स के समान अनुपात में शेयरों में निवेश के साथ पैसिव इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी अपनाई जाएगी। इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी पोर्टफोलियो के रेगुलर रिबैलेंसिंग के जरिए ट्रैकिंग इरर को कम करने के इर्द-गिर्द है, जिसमें इंडेक्स में स्टॉक के वेटेज में बदलाव के साथ-साथ स्कीम में इंक्रीमेंटल कलेक्शन/रिडम्प्शन को भी ध्यान में रखा गया है।
इस तरह की रीबैलेंसिंग समय-समय पर सेबी की ओर से निर्धारित समयसीमा के अनुसार की जाएगी। पैसिव इन्वेस्टमेंट होने के चलते इंडेक्स स्कीम में एक्टिव फंड प्रबंधन की तुलना में कम जोखिम है। नेट एसेट्स का एक छोटा हिस्सा कैश के रूप में रखा जाएगा या डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश किया जाएगा।
(डिस्क्लेमर: बिज़नेस स्टैंडर्ड प्राइवेट लिमिटेड में कोटक समूह के नियंत्रण वाली इकाइयों की बहुलांश हिस्सेदारी है। यहां म्युचुअल फंड NFOs की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)