कैश और वायदा दोनों ही बाजार में गुरुवार को कारोबार में कोई हलचल नहीं दिखी और बाजार फ्लैट बंद हुआ।
एनएसई में वायदा कारोबार में टर्नओवर करीब 12,000 करोड़ रुपए से यानी कुल 25 फीसदी घट गया क्योंकि कारोबारी सरकार के विश्वास मत से पहले पोजीशन लेने से कतरा रहे थे। कैश सेगमेन्ट में भी एनएसई और बीएसई दोनों में ही कारोबार बुधवार से कम ही रहा।
निफ्टी वायदा और शेयर वायदा में कारोबार सीमित दायरे में ही रहा। निफ्टी जुलाई वायदा के सौदे 80 अंकों के दायरे में कारोबार कर रहे थे और यह 4149 पर बंद हुआ जो पिछले दिन से कुल 11 अंक ऊपर था। ट्रेडिंग वॉल्यूम भी 824,462 सौदों से घटकर 548,406 सौदों पर रह गया।
निफ्टी वायदा के ज्यादातर सौदे इंट्रा-डे सौदे थे जबकि कुछ कारोबारियों ने इस स्थिरता का फायदा अपनी पोजीशन निपटाने के लिए इस्तेमाल किया क्योंकि उन्हें लग रहा था कि बाजार अभी ऊपर जा सकता है। इस वजह से निफ्टी वायदा में शार्ट पोजीशन निपटाए जाने से ओपन इंटरेस्ट 16 लाख शेयरों से घट गया। कारोबार कम होने के साथ साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज, रिलायंस इंफ्रा., एल ऐंड टी, रिलायंस कम्युनिकेशन्स, केयर्न इंडिया, एचडीएफसी बैंक और ओएनजीसी के वॉल्यूम में भी 25-30 फीसदी की गिरावट रही।
वायदा कारोबारी बाजार के रुख को लेकर पॉजिटिव हैं और वह 4100-4300 के स्ट्राइक भाव पर कॉल ऑप्शंस खरीद रहे हैं और अपनी 4000-4500 की पोजीशन निपटा रहे हैं। 4000 के भाव के कॉल ओपन इंटरेस्ट के निपटाए जाने से साफ है कि निफ्टी में इस स्तर पर तगडा सपोर्ट है जबकि 4500 पर आउट ऑफ मनी कॉल का निपटाया जाना इस बात का संकेत है कि कारोबारी निफ्टी के 4400 के ऊपर जाने की उम्मीद कर रहे हैं।