शुक्रवार को महंगाई दर और बढ़ जाने के आंकड़े आने के बावजूद बाजार ने इसकों ज्यादा तवज्जो नहीं दी और सारे दिन बाजार में कमजोरी के कोई संकेत नहीं मिले।
महंगाई की दर 19 अप्रैल को खत्म हुए हफ्ते में 7.33 से बढ़कर 7.57 फीसदी हो गई जो पिछले 42 महीने का सबसे ऊंचा स्तर है। लेकिन इसके बावजूद बाजार में भारी तेजी रही।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों की तेजी का साथ देते हुए सुबह सेंसेक्स 273 अंकों के तेजी लेकर खुला और शाम तक सेंसेक्स 313 अंक चढ़कर 17621 अंकों पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 62 अंकों की तेजी लेकर 5228 अंकों पर रहा।
सेंसेक्स के चढ़ने वाले शेयरों में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर 6.9 फीसदी की तेजी लेकर 1523 रुपए पर बंद हुआ जबकि आईसीआईसीआई बैंक 6.4 फीसदी चढ़कर 935.50 रुपए पर रहा। इसके अलावा मारुति भी 6.2 फीसदी मजबूत होकर 788 रुपए पर रहा, जयप्रकाश एसोसिएट्स 5.8 फीसदी चढ़कर 287 पर बंद हुआ। एल ऐंड टी 4.6 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ।
इसके अलावा ऑटो स्टॉक्स में टाटा मोटर्स और एम ऐंड एम भी मजबूती के साथ बंद हुए। विप्रो 2.8 फीसदी, सत्यम 2.5 फीसदी और टीसीएस 2.3 फीसदी की मजबूती लेकर बंद हुआ। बैंकों में भी तेजी का माहौल बना और स्टेट बैंक 2.6 फीसदी की तेजी लेकर 1822 रुपए पर बंद हुआ जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज 2.3 फीसदी चढ़कर 2675 और डीएलएफ 2.1 फीसदी मजबूत होकर 720 रुपए पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के गिरने वाले शेयरों में हिंडाल्को 4 फीसदी की गिरावट लेकर 186 पर रहा जबकि रिलायंस कम्युनिकेशन 3.2 फीसदी कमजोर होकर 561 रुपए पर आ गया। इसके अलावा टाटा स्टील भी 2.5 फीसदी गिरकर 797 रुपए पर बंद हुआ।सेक्टरों की बात करें सबसे ज्यादा तेजी बैंकेक्स में रही जो 3.66 फीसदी यानी 322.50 अंक चढ़कर बंद हुआ।
इसके अलावा ऑटो इंडेक्स 135.15 चढ़कर जबकि रियलिटी सेक्टर के शेयर 2.51 फीसदी की मजबूती लेकर यानी 213.20 अंक चढ़कर बंद हुए। आईटी इंडेक्स की बात करें तो यह 2.27 फीसदी तेज हुआ, ऑयल इंडेक्स 1.82 फीसदी बढ़ा, एफएमसीजी सेक्टर में 0.53 फीसदी की तेजी रही और कैपिटल गुड्स इंडेक्स 2.25 फीसदी की मजबूती लेकर यानी 313.62 अंक चढ़कर बंद हुआ।
एनएसई में कैश में कुल 15284.57 करोड़ का कारोबार हुआ जबकि वायदा में 36304.41 करोड़ का कारोबार रहा। बीएसई में कैश का टर्नओवर 6582.12 करोड़ का रहा और बाजार का कुल टर्नओवर 58171.1 करोड़ का रहा।
स्टॉक्स के टर्नओवर की बात करें तो सबसे ज्यादा 219.37 करोड़ का कारोबार एचडीएफसी में हुआ, इसके बाद रिलायंस एनर्जी में 192.14 करोड़ का, रिलायंस कम्युनिकेशन में 186.6 करोड़, रिलायंस कैपिटल में 176.6 करोड़ और रिलायंस इंडस्ट्रीज में 167.97 करोड रुपए का कारोबार हुआ।