तेल कंपनियों को राहत देने के लिए जल्द ही पैकेज के ऐलान की उम्मीद सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों में शुक्रवार को तेजी आ गई।
इसके तहत तेल की रीटेल कीमतों में इजाफा और इसके इंपोर्ट और एक्साइज ड्यूटी में कटौती भी शामिल है। शुक्रवार को तीन सरकारी तेल कंपनियों, इंडियन ऑयल कार्पोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन (एचपीसीएल) को तेल की बढ़ती कीमतों के साथ ही सब्सिडाइज्ड तेल बेचना भारी पड़ रहा था जिससे इन कंपनियों को रोजाना करीब 550 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा था।
शुक्रवार को भले ही बाजार में भारी गिरावट रही हो और ऑयल ऐंड गैस इंडेक्स 2.15 फीसदी गिरा हो लेकिन सरकारी कंपनियों के स्टॉक्स फिर भी चढ़े हैं। आईओसी का स्टॉक बाजार की इस गिरावट के बावजूद बीएसई में 3.18 फीसदी चढ़कर 420.05 रुपए पर जा पहुंचा जबकि बीपीसीएल का शेयर 3.76 फीसदी चढ़कर 359.20 रुपए पर पहुंच गया। इसके अलावा एचपीसीएल का भाव 3.54 फीसदी के इजाफे के साथ 242.65 रुपए पर रहा।
पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा के साथ इन कंपनियों की बैठक में इस राहत पैकेज पर भी चर्चा हुई । बैठक के बाद पेट्रोलियम सचिव एम एस श्रीनिवासन ने कहा कि तेल की कीमतों में इजाफा करना जरूरी हो गया है जानकारी के मुताबिक मंत्रालय ने पेट्रोल की कीमतें 10 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमतें 5 रुपए प्रति लीटर बढ़ाने को कहा है। इन प्रस्तावों को कैबिनेट की मंजूरी मिलनी है।
आईओसी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर सार्थक बेहुरिया के मुताबिक पैकेज में कम से कम 100,000 करोड़ रुपए की राहत मिलनी चाहिए। इससे इन कंपनियों का इस साल आधा ही नुकसान ही पूरा होगा। पिछले साल इन कंपनियों को 77,000 करोड़ का नुकसान हुआ था जबकि इस साल यह 200,000 करोड़ का नुकसान होने का अनुमान है।