फिडेलिटी मैंनेजमेंट और रिसर्च विश्व के सबसे बड़े फंड हाउस में से एक है जो कि विश्व स्तर पर 1.5 खरब डॉलर मूल्य की संपत्ति का प्रबंधन करता है।
हालांकि जहां तक भारत की बात है तो यहां पर इसका कारोबार धीमा है लेकिन निरंतर बढ़ रहा है। मुख्य बॉटम अप स्टॉक पिकिंग हाउस, फिडेलिटी इंडिया लोगों के बीच जागरूकता फैलाने और अपने उत्पादों का आधार बढ़ाने पर ध्यान केन्द्रित कर रहा है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक और भारत प्रमुख आशु सुयश ने कंपनी के नए कारोबार को लेकर की गई पहल और सेवानिवृत्ति संपत्ति के प्रबंधन को लेकर वंदना से विस्तार से बातचीत की।
भारत में संपत्ति प्रबंधन (एएमसी) कारोबार में फिडेलिटी को तीन साल हो गए। इस दौरान कंपनी को आप कहां पाती हैं?
वर्ष 2008 हमारे लिए कारोबार के लिहाज से महत्वपूर्ण रहा है। इस साल हमने फंड्सनेटवर्क की शुरूआत की है। तीन साल पहले संपत्ति प्रबंधन का कारोबार करने के बाद यह हमारी दूसरी पंक्ति का कारोबार है और इस छोटी अवधि में जिस तरह से हमारा एएमसी काराबोर बढ़ा है हम उससे बहुत खुश हैं।
फिडेलिटी इंडिया करीब 10 फंडों के 8,000 करोड रुपयों का प्रबंधन करती है। लगभग 300 शहरों में हमारे 16 लाख ग्राहक हैं, हालांकि अभी तक सिर्फ 10 शहरों में ही हमारे कार्यालय हैं।
आप किस तरह के उत्पाद लाने की योजना बना रहे हैं?
हमारी संपत्ति का 80 प्रतिशत हिस्सा इक्विटी फंडों में हैं और हम अगले कुछ महीनों मे खुदरा भागीदारी पर अधिक ध्यान देते हुए फिक्स्ड इनकम कारोबार शुरू कर देंगे। इसी कड़ी में हमने पहला 370 दिनों वाला एफएमपी और फिडेलिटी फ्लेक्सी गिल्ट फंड शुरू किया है।
पिछले साल हमने पाया कि लोगों की रूचि छोटी अवधि वाली योजनाओं में हैं। फिडेलिटी इंडिया मुख्यधारा का फंड हाउस है लिहाजा हम केवल कुछ खास वर्ग के लिए कोई स्कीम नहीं लाएंगे ना ही हम कोई उत्पाद केवल नएपन के लिए ही उतारना चाहते हैं। हमारा ध्यान वैश्विक उत्पादों पर हैं।
विश्व पूंजी बाजार में भारत का हिस्सा एक प्रतिशत से भी कम है और ऐसे में निवेशकों का उन बाजारों की तरफ रूख करना लाजिमी है जोकि भारतीय बाजार से बेहतर प्रदर्शन कर रहें हैं।
फंड्सनेटवर्क प्लेटफॉर्म का विस्तार कैसे करेंगे?
फिडेलिटी फंड्सनेटवर्क फिलहाल म्युचुअल फंड सलाहकारों के पंजीयन केलिए खुला है और हम आशा करते हैं कि अगले साल की शुरूआत तक हम इसे खुदरा निवेशकों के लिए खोल पाएंगे। अभी तक लगभग 500 से ज्यादा म्युचुअल फंड सलाहकार पंजीकृत हो चुके हैं।
भारत फिडेलिटी ग्रुप में शामिल अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और ताइवान के बाद उन देशों में है जहां फंड्सनेटवर्क की शुरूआत की गई है। अमेरिका में फंडनेटवर्क के पास 760 अरब डॉलर से ज्यादा गैर-फिडेलिटी संपत्ति है। अगले पांच से छह सालों में हम भारतीय बाजार में 5 प्रतिशत की हिस्सेदारी का लक्ष्य लेकर चल रहें हैं।