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अस्थिर बाजार के लिए योजनाएं

Last Updated- December 05, 2022 | 6:58 PM IST

हाल में बाजार में आई जबर्दस्त गिरावट से चोट खाई म्युचुअल फंड कंपनियां अब ऐसी स्कीम लाने की योजनाएं बना रही हैं जिसमें फंड प्रबंधकों को बाजार परिस्थितियों के अनुरूप नीति अपनाने की छूट होगी।


फंड कंपनियां यह सुनिश्चित करना चाहती हैं कि बाजार परिस्थितियों में परिवर्तन होने पर फंड के निवेश सिध्दांत के तहत कुछ खास सेक्टरों में निवेश करने को लेकर वे बंधे हुए नहीं हैं।जेएम फाइनैंशियल म्युचुअल फंड को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से मल्टी-स्ट्रेटेजी फंड लांच करने की अनुमति मिल गई है। यह एक सतत खुला इक्विटी ओरियेंटेड फंड होगा जिसके फंड प्रबंधक बाजार परिदृश्यों को देखते हुए निवेश की नीतियों में बदलाव करेंगे।


जेएम फाइनैंशियल इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट के मुख्य निवेश अधिकारी संदीप सभरवाल ने कहा, ‘मल्टी-स्ट्रेटेजी फंड के लिए हमें सेबी की इजाजत मिल गई है और निवेशक किस प्रकार नए फंडों को देखते हैं इसके मुताबिक हम मल्टी-स्ट्रेटेजी फंड को लांच करेंगे।’कुछ दिनों से बंबई स्टॉक एक्सचेंज खराब वक्त से गुजर रहा है,10 जनवरी के शीर्ष स्तर से अबतक सेंसेक्स में लगभग 25 प्रतिशत की गिरावट आई है।


पेशकश दस्तावेज के मुताबिक अगर फंड प्रबंधक को ऐसा लगता है कि बाजार की दिशा अधोमुखी होने वाली है तो यह योजना इंडेक्स में कम समय के लिए वायदा में स्थान लेकर इक्विटी में किए गए निवेश को अंशत:या पूर्णत: हेज कर सकती है।


तय सीमा में स्टॉक फ्यूचर्स का चुनाव कर यह फंड मूल्य अवसरों का लाभ भी उठाएगी। इसके अतिरिक्त फंड प्रबंधक बाजार के संदर्भ में अपने नजरिये के अनुसार पुट ऐंड कॉल विकल्प का इस्तेमाल करेंगे। सेबी को भेजे गए लांग-शॉर्ट फंड के मसौदा प्रस्ताव में आईसीआईसीआई प्रूडेन्शियल ने इस बात का जिक्र किया है कि इसके तहत अतिरिक्त प्रतिफल किस प्रकार प्राप्त किया जाएगा।


सर्वप्रथम कंपनी इंडेक्स और वैसी कंपनियां जिनके द्वारा उच्च प्रतिफल दिए जाने का अनुमान है या जिनका प्रदर्शन अपेक्षाकृत बेहतर है के इक्विटी में अपने पोर्टफोलियो मूल्य के 130 प्रतिशत तक का निवेश करेगी।


दूसरे, कंपनी अपने पोर्टफोलियो मूल्य के 30 प्रतिशत तक शॉर्ट पोजीशन लेगी। इसके लिए वह ऐसे इंडेक्स या स्टॉक को बेच देगी जिनमें गिरावट आने की उम्मीद है या जिनका प्रदर्शन अपेक्षकृत अच्छा नहीं रहने वाला है। परिणामस्वरूप, फंड का शुध्द इक्विटी निवेश 130 प्रतिशत लांग और 30 प्रतिशत शॉर्ट होगा। पेशकश दस्तावेज में इस बात का उल्लेख है।


फंड हाउस जैसे सुंदरम बीएनपी परिबा और लोटस इंडिया म्युचुअल फंड भी इस तरह के फंड लांच करने की सोच रही हैं ताकि शॉर्ट सेलिंग और स्टॉक को उधार देने और लेने की प्रणाली का लाभ उठा सकें जो 21 अप्रैल से प्रभावी हो जाएगा।


सुंदरम बीएनपी परिबा म्युचुअल फंड के बिक्री और विपणन के कार्यकारी निदेशक सुनील सुब्रमण्यम ने कहा, ‘हम लांग-शॉर्ट फंड ला सकते हैं। इसे जल्दबाजी में नहीं लाया जा सकता है क्योंकि फिलहाल बाजार में ऑप्शंस और डेरिवेटिव में केवल शॉर्टर एंड पर कारोबार किया जा रहा है।’


क्या है मल्टी-स्ट्रेटेजी फंड


हाल में बाजार में आई जबर्दस्त गिरावट से चोट खाई म्युचुअल फंड कंपनियां अब ऐसी स्कीम लाने की योजनाएं बना रही हैं जिसमें फंड प्रबंधकों को बाजार परिस्थितियों के अनुरूप नीति अपनाने की छूट होगी।
फंड कंपनियां यह सुनिश्चित करना चाहती हैं कि बाजार परिस्थितियों में परिवर्तन होने पर फंड के निवेश सिध्दांत के तहत कुछ खास सेक्टरों में निवेश करने को लेकर वे बंधे हुए नहीं हैं।

First Published - April 2, 2008 | 11:06 PM IST

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