निफ्टी और सेंसेक्स के जो लक्ष्य हमने मंगलवार को बताए थे, बुधवार को पा लिए गए। दोनों ही इंडेक्स अब अपने रेसिस्टेंस जोन के करीब कारोबार कर रहे हैं, सेंसेक्स को 15,150 का स्तर बनाए रखना मुश्किल होगा जबकि निफ्टी में 4520 के स्तरों पर मुनाफावसूली आ सकती है।
पिछले पांच कारोबारी सत्रों में ही 18 फीसदी के उछाल के बाद अब वायदा कारोबारी और जोखिम नहीं लेना चाहते और उन्होंने अपनी इंट्राडे पोजीशन दिन में ही निपटा दीं। निफ्टी जुलाई वायदा में हालांकि 406 लाख शेयरों का वॉल्यूम रहा लेकिन कारोबार के आखिर में ओपन इंटरेस्ट करीब 6 लाख शेयरों से घट गया। इसी तरह निफ्टी अगस्त में 40 लाख के वॉल्यूम में कैरी फार्वर्ड कुल 18 लाख शेयरों का ही रहा।
निफ्टी जुलाई वायदा में 4490-4500 के स्तर पर मुनाफावसूली भी देखी गई। 25 फीसदी वॉल्यूम इस स्तर पर ही था जिससे साफ है कि ऊपर के स्तर पर रेसिस्टेंस है। निफ्टी के आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, स्टेट बैंक, बीएचईएल, रिलायंस, रिलायंस कम्यु. और सुजलॉन जैसे सबसे ज्यादा चढ़ने वाले शेयरों में कारोबार या तो ऊपर में मुनाफावसूली की वजह से था या फिर नीचे में शार्ट कवरिंग से। आईसीआईसीआई में 12 फीसदी की तेजी रही जबकि मुनाफावसूली से ओपन इंटरेस्ट 4 लाख शेयरों से घटा।
4200 से 4400 के स्तरों पर कॉल ऑप्शन में मुनाफावसूली रही जबकि 4500 के स्तरों पर कॉल बिकवाली देखी गई। लेकिन कॉल के बिकवालों ने अपने शार्ट सौदे कैरी फार्वर्ड नहीं किए जबकि इंट्राडे वॉल्यूम 69 लाख शेयरों का था और कैरी फार्वर्ड कुल 96,200 शेयरों में ही रहा। बाजार रेसिस्टेंस लेवल के करीब है, हालांकि मीडियम अवधि में तेजी रहेगी लेकिन पिछले पांच दिनों की तेजी को देखते हुए लगता है कि कुछ करेक्शन देखने को मिलंगे।