रिजर्व बैंक के कदम ने मंगलवार को बाजार को एक और तगड़ा झटका दे दिया। सीआरआर और रेपो रेट में किया गया इजाफा बाजार की उम्मीद से कहीं ज्यादा था।
लिहाजा, ब्याज दरों से जुड़े सेक्टर जैसे बैंकिंग, रियलिटी और ऑटो को भारी गिरावट झेलनी पड़ी, इंफ्रास्ट्रक्चर, कैपिटल गुड्स और पावर सेक्टरों के शेयर भी इस जद में आए और नुकसान उठाकर बंद हुए। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आई गिरावट ने भी बाजार को कमजोर करने में पूरा योगदान दिया।
सेंसेक्स 14 हजार के नीचे जा पहुंचा और निफ्टी 4200 के नीचे बंद हुआ। सुबह सेंसेक्स 263 अंकों की कमजोरी लेकर 14,086 अंकों पर खुला, एक बार यह 14,153 अंकों तक पहुंचा लेकिन उसके बाद रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति के ऐलान के बाद यह गिरना शुरू हो गया। एक समय यह पिछले दिन की बंदी से 622 अंक नीचे पहुंच गया था लेकिन कारोबार खत्म होने पर सेंसेक्स कुल 557 अंक टूटकर 13,791 अंकों पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 142 की गिरावट लेकर 4190 अंकों पर आ गया।
बडे शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट बैंकों के शेयरों में रही। एचडीएफसी बैंक 8.71 फीसदी गिरा, आईसीआईसीआई बैंक 8.45 फीसदी कमजोर पड़ा, पीएनबी 7.94 फीसदी और स्टेट बैंक 6.84 फीसदी टूट कर बंद हुआ। इसके अलावा रिलायंस इंफ्रा. 7.99 फीसदी फिसला और मारुति सुजुकी में 7.03 फीसदी की गिरावट रही। बैंकेक्स की बात करें तो इसमें 562.22 अंकों की यानी करीब 8.31 फीसदी की गिरावट रही।
इसके बाद जिस सेक्टर को सबसे ज्यादा झटका लगा वो था रियलिटी सेक्टर, इसका इंडेक्स साढ़े पांच फीसदी से ज्यादा कमजोर पड़ा और इंडियाबुल्स रियल, यूनीटेक, महिन्द्रा लाइफ, आकृति सिटी, डीएलएफ, शोभा डेवलपर्स और पार्श्वनाथ जैसे शेयर 4 से 8 फीसदी की कमजोरी लेकर बंद हुए।
जहां तक ऑटो सेक्टर का सवाल है, यह भी चार फीसदी से ज्यादा गिरा और टाटा मोटर्स, मारुति, एम ऐंड एम, हीरो होंडा और एक्साइड के शेयर भी अच्छी खासी गिरावट लेकर बंद हुए। कैपिटल गुड्स सेक्टर 5.92 फीसदी, पावर इंडेक्स 4.11 फीसदी और तेल कंपनियों के शेयर 4 फीसदी गिरकर बंद हुए। बाजार में कुल 1130 शेयर तेजी लेकर बंद हुए जबकि 1812 शेयर गिरावट के साथ और 210 शेयरों में कोई बदलाव नहीं आया।