विदेशी मुद्राओं की तुलना में डॉलर के लगातार मजबूत होने के बाद नवंबर 2006 के बाद पहली बार भारतीय मुद्रा 45 रुपया प्रति डॉलर के स्तर को पार कर गया।
अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार के शांत कारोबार के दौरान बुधवार सुबह रुपया 9 पैसे की कमजोरी के साथ 44.92 रुपया प्रति डॉलर पर खुला और बाद में 45.02 रुपया प्रति डॉलर के स्तर पर जा पहुंचा। मंगलवार को यह 44.83 रुपया प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
विदेशी बाजार में अन्य मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती का असर स्थानीय बाजारों में भी दिखा। रुपये में कमजोरी आयात को प्रभावित करेगी। हालांकि निर्यात को बढ़ावा मिलेगा, लेकिन दूसरी ओर मुद्रास्फीति में और तेजी आने की आशंका है। उल्लेखनीय है कि जून के बाद से ही रुपये में डॉलर की तुलना में गिरावट आ रही है।