SBI Fund Raise: देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया जुलाई महीने के अंत तक 10 हजार करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने (SBI Fund Raise) की योजना बना रहा है। एसबीआई इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड्स की बिक्री के जरिए ये फंड जुटा सकता है। इस बारे में बैंक से संबधित सूत्रों ने ईटी को जानकारी दी। ईटी की खबर के मुताबिक बैंक 5,000 करोड़ रुपये के बेस साइज एवं 5,000 करोड़ रुपये के ग्रीन शू ऑप्शन के साथ 15 साल के इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड्स जारी कर सकता है।
इसी साल जनवरी महीने में बैंक ने इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड्स जारी किए थे, इन बॉन्ड्स की 15-साल की मेच्योरिटी थी। बता तें, ये पहली बार थी जब किसी भी भारतीय बैंक ने 15 साल की मेच्योरिटी अवधि के इस तरह के बॉन्ड जारी किए थे।
ईटी के खबर के अनुसार, “बैंक का अनुमान है कि 15 साल के इन्फ्रास्ट्रक्चर ब्रैकेट में अधिक (बॉन्ड्स) इश्यू किए जाने से लंबी अवधि के मेच्योरिटी सेग्मेंट में अधिक फंड जुटाने को प्रोत्साहन मिलेगा जिससे इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग लिए बेहतर कीमत तय करने में मदद मिलेगी। ”
ये भी पढ़ें- Jio Financial Services: जियो फाइनैंशियल की कीमत पर हर किसी की नजर
इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड लंबी अवधि के डेट इंस्ट्रुमेंट्स होते हैं जिनकी मेच्योरिटी अवधि कम-से-कम सात साल की होती है। भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के मुताबिक, इन इंस्ट्रुमेंट्स का इस्तेमाल इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को कर्ज देने के लिए किया जाता है। ऐसे में बैंकों को कैश रिजर्व रेशियो (सीआरआर) और स्टेच्युटरी लिक्विडिटी रेशियो (SLR) को मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती है।