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SEBI का डंडा Jane Street पर चला, छोटे निवेशकों की सुरक्षा के लिए बड़ा कदम

सेबी ने Jane Street की डेरिवेटिव ट्रेडिंग रणनीतियों को खुदरा निवेशकों के लिए खतरा बताया, कहा कि तकनीकी बढ़त वाले बड़े खिलाड़ी बाजार में अनुचित लाभ उठा रहे हैं।

Last Updated- July 04, 2025 | 11:03 PM IST
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प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

जेन स्ट्रीट पर बाजार में हेरफेर का आरोप लगाने वाले भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के आदेश ने खुदरा ट्रेडरों को एक और कड़ी चेतावनी दी है : डेरिवेटिव बाजार में सफलता की संभावनाएं इतनी आसान नहीं हैं। 

सेबी के अंतरिम आदेश से पता चलता है कि जेन स्ट्रीट ने सिर्फ 21 एक्सपायरी साइकल में इंडेक्स ऑप्शंस में 43,281 करोड़ रुपये का जबरदस्त मुनाफा कमाया। सिर्फ एक दिन 17 जनवरी, 2024 को उसने 735 करोड़ रुपये का मुनाफा कूटा। इसी के बाद नियामक ने विस्तृत जांच शुरू कर दी।

विशेषज्ञों के अनुसार जेन स्ट्रीट की सेबी जांच से बाजार में खुदरा कारोबारियों की कमजोरी का पता चलता है क्योंकि इस बाजार में तकनीक संपन्न अमीर प्रतिभागियों का वर्चस्व  है जो संभावित तौर पर अनुचित लाभ उठा रहे हैं।

आंकड़ों से लगातार पता चलता है कि 90 फीसदी से ज्यादा व्यक्तिगत ट्रेडरों को डेरिवेटिव में घाटा होता है। फिर भी वे इक्विटी ऑप्शन प्रीमियम टर्नओवर में एक तिहाई से ज्यादा का योगदान देते हैं। विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि जेन स्ट्रीट ने जैसे तौर-तरीके (बेंचमार्क में हेरफेर और बड़े पैमाने पर पोजीशन का लाभ उठाना) अपनाए, वे खुदरा कारोबारियों की मुनाफे की राह और मुश्किल कर देते हैं।

सेबी के आदेश में कहा गया है कि जेन स्ट्रीट का मामला असामान्य है क्योंकि इसमें खुदरा की भारी भागीदारी वाले कई लिक्विड शेयर शामिल थे। लिहाजा, अन्य प्रतिभागियों और खुदरा कारोबारियों की कीमत पर उसे भारी मुनाफा हुआ। उद्योग विशेषज्ञ जेन स्ट्रीट जैसे बड़े और अमीर प्रतिभागियों द्वारा ढांचे के भीतर से लाभ कमाने की ओर इशारा करते हैं। 

टोरस फाइनैंशियल मार्केट के सीईओ प्रकर्ष गगडानी ने कहा, एक्सचेंज पर पल-पल के डेटा तक सीधे पहुंच रखने वाले हाई फ़्रीक्वेंसी ट्रेडरों को कीमत का खासा फायदा होता है। खुदरा ग्राहक ब्रोकर के माध्यम से जुड़ते हैं, जिससे देर बढ़ जाती है।

आदेश में 15 मई, 2025 का एक और उदाहरण दिया गया है, जहां जेन स्ट्रीट ने कथित तौर पर निफ्टी इंडेक्स ऑप्शंस के जरिये नकदी समतुल्य बड़ी पोजीशन बनाई जबकि निफ्टी फ्यूचर्स और स्टॉक फ्यूचर्स के घटकों (यानी शेयरों) में भारी हस्तक्षेप किया। विशेषज्ञों ने कहा कि पूंजी का इतना बड़ा स्तर बाजार को अच्छा खासा प्रभावित कर सकता है जिसका मुकाबला छोटे निवेशक नहीं कर सकते। एक विशेषज्ञ ने कहा, कई व्यक्तिगत ट्रेडर एक्सपायरी के करीब आउट-ऑफ-द-मनी विकल्प अनुबंधों में इस उम्मीद से हाथ आजमाते हैं कि इससे उन्हें कई गुना लाभ होगा। हालांकि, कारोबार में अक्सर दूसरा पक्ष जेन स्ट्रीट जैसा सुपर चालाक ट्रेडर होता है। इससे छोटे निवेशकों को हमेशा ही नुकसान उठाना पड़ता है।

डीआर चोकसी फिनसर्व के प्रबंध निदेशक देवेन चोकसी ने चेतावनी देते हुए कहा, डेरिवेटिव मार्केट लिक्विडिटी मुहैया कराता है, लेकिन जब मांग को ऊपर-नीचे करते हुए उसमें जोड़तोड़ किया जा सकता है तो इस लिक्विडिटी की लागत भारी पड़ती है। उन्होंने कहा, दंडात्मक उपायों के बाद सुधार के कदम उठाने जरूरी हैं। 

First Published - July 4, 2025 | 10:57 PM IST

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