लगातार दो हफ्ते नुकसान दर्ज करने के बाद एचडीएफसी बैंक,इन्फोसिस, लार्सन ऐंड टुब्रो जैसे दिग्गजों की अगुआई में भारतीय इक्विटी बेंचमार्कों ने सोमवार को बढ़ोतरी दर्ज की। सेंसेक्स (Sensex) 592 अंक चढ़कर 81,973 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी (Nifty) ने 164 अंकों की बढ़ोतरी के साथ 25,128 पर कारोबार की समाप्ति की। पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की तीव्र बिकवाली के बीच पिछले दो हफ्ते सूचकांकों में गिरावट आई थी।
अग्रणी भार वाले एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने सोमवार को सूचकांक की बढ़त में 40 फीसदी से ज्यादा का योगदान किया। निजी क्षेत्र के बैंक का शेयर 2.3 फीसदी चढ़ा जिससे सेंसेक्स 250 अंक बढ़ गया। विश्लेषकों ने एचडीएफसी बैंक में हुई बढ़त को निवेशकों की सौदों की तलाश को दिया।
पिछले दो हफ्तों में एचडीएफसी बैंक में करीब 6 फीसदी की गिरावट आई है। एफपीआई शुद्ध बिकवाल बने रहे और उन्होंने 3,722 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। उधर, देसी संस्थान 2,278 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे।
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि चीन के प्रोत्साहन पैकेज का सकारात्मक असर अब खत्म होता दिख रहा है। इस बीच, भारतीय बाजार सुदृढ़ता का प्रदर्शन कर रहे हैं और ऐसा लगता है कि आय में सुस्त वृद्धि के अनुमान को समाहित किया जा चुका है और तेल की कीमतें घट रही हैं। हालिया गिरावट के बाद आईटी और वित्तीय क्षेत्रों में खरीद को लेकर दिलचस्पी है।
आने वाले समय में कंपनियों के नतीजे भारत समेत दुनिया भर के आर्थिक आंकड़े बाजार को दिशा देंगे। बाजार में चढ़ने और गिरने वाले शेयरों का अनुपात मिला-जुला रहा और 2,044 शेयर चढ़े जबकि 2,011 में गिरावट आई। रियल्टी शेयरों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई और उसका इंडेक्स बीएसई पर 1.5 फीसदी चढ़ा।