Jhunjhunwala Portfolio Stock: शेयर बाजार में बुधवार (2 अप्रैल) को बीते सेशन की गिरावट से अच्छी रिकवरी देखने को मिली। बेंचमार्क इंडेक्स में आधा फीसदी से ज्यादा का उछाल आया। बाजार की इस उठापटक के बीच ब्रोकरेज फर्म एक्सिस सिक्युरिटीज (Axis Securities) फेडरल बैंक (Federal Bank) को लंबी अवधि के नजरिए पोर्टफोलियो स्टॉक बनाया है। झुनझुनवाला पोर्टफोलियो का यह शेयर अपने हाई से करीब 12 फीसदी गिरावट पर कारोबार कर रहा है। बुधवार के सेशन में शुरुआत ट्रेडिंग में शेयर करीब 1 फीसदी के आसपास कमजोर हुआ।
ब्रोकरेज हाउस एक्सिस सिक्युरिटीज ने फेडरल बैंक पर BUY रेटिंग बनाए रखी है। साथ ही 6-9 महीने के नजरिए से प्रति शेयर टारगेट प्राइस 213 रुपये रखा है। मंगलवार को शेयर 192 रुपये पर बंद हुआ था। इस तरह अगली दो से तीन तिमाही में यह शेयर 11 फीसदी का अपसाइड दिखा सकता है।
फेडरल बैंक अपने 52 हफ्ते के हाई (217) से करीब 12 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेड रहा है। बाजार की गिरावट में यह बैंक शेयर अच्छा खासा करेक्ट हुआ। इस शेयर में सालभर का रिटर्न 25 फीसदी के आसपास रहा है।
फेडरल बैंक झुनझुनवाला पोर्टफोलियो (Jhunjhunwala Portfolio) में शामिल है। रेखा झुनझुनवाला के दिसंबर 2025 तक के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक, फेडरल बैंक में उनकी 1.4 फीसदी (34,530,060 इक्विटी शेयर) है। जिसकी मार्केट वैल्यू 664 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
एक्सिस सिक्युरिटीज का कहना है कि नए मैनेजमेंट के नेतृत्व में बैंक का फोकस सस्टेनेबल और प्रॉफिटेबिलिटी ग्रोथ को बूस्ट देने पर है। साथ ही मजबूत एसेट क्वालिटी बनाए रखने पर भी जोर है। बेहतर NIM (नेट इंटरेस्ट मार्जिन) और मजबूत फीस इनकम प्रोफाइल के जरिए प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार लाने का फोकस है, जिससे बैंक मीडियम टर्म में 1.2–1.3% RoA (रिटर्न ऑन एसेट्स) और 13–15% RoE (रिटर्न ऑन इक्विटी) हासिल कर सकता है। बेहतर एग्जीक्यूशन के साथ इसमें और भी धीरे-धीरे सुधार की गुंजाइश है।
बैंक अपनी ब्रांच स्ट्रैटजी को CASA डिपॉजिट्स, खासतौर पर करंट अकाउंट (CA) डिपॉजिट्स की ओर रीडायरेक्ट कर रहा है, जो उसके लिए एक प्रमुख फोकस सेक्टर बना हुआ है। बैंक ने प्रोडक्ट इनोवेशन के जरिए CA पोर्टफोलियो में सुधार के कई कदम उठाए हैं और पिछले 3 महीनों में मजबूत ग्रोथ देखी है। FY25-27E के दौरान डिपॉजिट में करीब 16% CAGR ग्रोथ की संभावना है। साथ ही 84-85% LDR को बनाए रखा जाएगा।
ब्रोकरेज रिपोर्ट के मुताबिक, नियर टर्म में बैंक के मार्जिन पर दबाव दिख सकता है क्योंकि EBLR-लिंक्ड लोन रेट कट के चलते री-प्राइस होंगे, जबकि कॉस्ट ऑफ फंड (CoF) में गिरावट थोड़ी देर से होगी। मीडियम टर्म में NIM में सुधार का बड़ा हिस्सा CoF में गिरावट से आएगा।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)