Stock Market Today: भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को रिकॉर्ड-तोड़ तेजी दर्ज की गई जिससे बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) और निफ़्टी (Nifty) अपने ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गए। घरेलू अर्थव्यवस्था को लेकर मजबूत आंकड़े, राजनितिक स्थिरता और विदेशी निवेशकों की तरफ देसी शेयरों में खरीदारी से बाजार रिकॉर्ड लेवल पर बंद हुआ।
इसके अलावा इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और टीसीएस (TCS) जैसी हैवी वेटेज वाली कंपनियों के शेयरों में तेजी से बाजार को लगातार चौथे दिन हरे निशान में बंद होने में मदद मिली।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज तेजी के साथ 78,758.67 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 79,396.03 अंक उच्च स्तर तक चला गया था। अंत में सेंसेक्स 0.72 प्रतिशत या 568.93 अंक की छलांग के साथ 79,243.18 के एतिहासिक लेवल पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ़्टी-50 भी 0.74 फीसदी या 175.70 अंक की वृद्धि के साथ 24,044.50 अंक के ऑल टाइम हाई लेवल पर बंद हुआ।
Top Gainers
सेंसेक्स की कंपनियों में अल्ट्रा सीमेंट का शेयर सबसे ज्यादा 5.07 प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ। देश की अग्रणी सीमेंट निर्माता कंपनी अपने चेन्नई स्थित प्रतिद्वंद्वी इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड में 23 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी। इस खबर के बाद अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर ने 5 प्रतिशत से अधिक की छलांग लगाई।
साथ ही एनटीपीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा मोटर्स, इन्फोसिस, टीसीएस, कोटक बैंक, भारती एयरटेल, पावर ग्रिड, टेक महिंद्रा के शेयर प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
Top Losers
दूसरी तरफ, लार्सन एंड टुब्रो का शेयर सबसे ज्यादा 1.11 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ। इसके अलावा सन फार्मा, नेस्ले, एचडीएफसी बैंक और मारुति के शेयर भी गिरकर बंद हुए।
शेयर बाजार में आज तेजी की वजह?
विश्लेषकों ने कहा कि ज्यादा सेक्टर्स में आज बढ़त दर्ज की गई, जिनमें आईटी और एनर्जी सबसे ज्यादा वृद्धि हासिल करने वाले क्षेत्रों में रहे। व्यापक सूचकांकों की बात करें तो इनमें आज मिलाजुला असर रहा क्योंकि मिडकैप सूचकांक हरे रंग में बंद हुआ जबकि स्मॉलकैप सूचकांक में आधे प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई।
बोनांजा पोर्टफोलियो के रिसर्च एनालिस्ट वैभव विदवानी ने कहा, ”आईटी और एनर्जी शेयरों में पॉजिटिविटी के कारण निफ्टी और सेंसेक्स दोनों इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। जेपी मॉर्गन के उभरते बाजार लोन इंडेक्स में भारत के शामिल होने से पहले ऋण बाजार में आशावाद दिखा रहा है, जिससे घरेलू बाजार को भी मदद मिल रही है। आगामी बजट में एनर्जी क्षेत्र के लिए कुछ अनुकूल नीतियों की उम्मीद के कारण निवेशक एनर्जी शेयरों की ओर आकर्षित हो रहे हैं।”