डाबर इंडिया का शेयर गुरुवार को दिन के कारोबार में 8 प्रतिशत गिरकर 571.25 रुपये पर आ गया। यह चार महीने में उसका सबसे निचला स्तर है। कंपनी प्रबंधन ने दूसरी तिमाही में एकीकृत राजस्व में गिरावट का अनुमान जताया है। इस वजह से शेयर में गिरावट आई।
प्रबंधन ने कहा कि उसे उम्मीद है कि जुलाई-सितंबर तिमाही में एकीकृत राजस्व में मध्यम एक अंक में गिरावट आएगी क्योंकि देश के कई हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ ने घर से बाहर उपभोग और उपभोक्ता खर्च को प्रभावित किया है। यह शेयर 6 प्रतिशत गिरकर 580.60 रुपये पर बंद हुआ जो 4 जून, 2024 के बाद से इसका सबसे निचला स्तर है। पिछले दो सप्ताह में यह शेयर 14 प्रतिशत गिरा है।
पर्सनल केयर उत्पाद कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही और वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। हालांकि मुख्य राजस्व में कमी और ऊंचे विज्ञापन एवं प्रोत्साहन (एऐंडपी) की वजह से प्रबंधन को परिचालन मार्जिन वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कमजोर रहने का अनुमान है।
डाबर इंडिया ने वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के बिजनेस अपडेट में कहा है कि कंपनी ने पिछली कुछ तिमाहियों के दौरान मॉडर्न ट्रेड (एमटी), ई-कॉमर्स और क्विक कॉमर्स में असमान रूप से ऊंची वृद्धि का अनुभव किया है। इस कारण इसके जनरल ट्रेड (जीटी) चैनल के लिए इन्वेंट्री का स्तर ऊंचा हो गया और वितरकों के निवेश पर रिटर्न (आरओआई) प्रभावित हुआ। इस वजह से अपने आरओई को बेहतर बनाने के लिए कंपनी जीटी स्तर पर वितरक इन्वेंट्री को अनुकूल बनाने का निर्णय लेने के लिए प्रेरित हुई है।
कंपनी ने कहा है, ‘जहां मांग संबंधी रुझानों में कुछ सुधार आया है वहीं भारी बारिश और देश के कई हिस्सों में बाढ़ से वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में घर से बाहर खपत और उपभोक्ता खर्च प्रभावित हुआ। इसकी वजह से हमें बेवरेज कैटेगरी में अपने व्यवसाय पर भी कुछ प्रभाव पड़ने की आशंका है।’
कंपनी ने कहा है कि यह गिरावट भारतीय व्यवसाय में दर्ज की गई है। अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय के राजस्व में दो अंक की वृद्धि (स्थिर मुद्रा के संदर्भ में) नजर आती है। उसने कहा कि ‘बादशाह मसाला’ बिजनेस लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और तिमाही के दौरान यह दो अंक में बढ़ा। इस बीच, जीटी चैनल में सुधार दिखने और वैकल्पिक चैनलों में मजबूत वृद्धि की रफ्तार को देखते हुए प्रबंधन को अक्टूबर 2024 से राजस्व वृद्धि में सुधार की उम्मीद है।
एफएमसीजी की बड़ी कंपनी डाबर दूसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा (Dabur India Q2FY25 Results date) 30 अक्टूबर 2024 को करेगी। मैरिको मौजूदा गिरावट से बचने में कामयाब रही और दिन के कारोबार में बीएसई पर यह शेयर 4 प्रतिशत चढ़कर 719.80 रुपये पर पहुंच गया था। आखिर में मैरिको का शेयर करीब 1 प्रतिशत चढ़कर 698.55 रुपये पर बंद हुआ जबकि सेंसेक्स में 2.1 प्रतिशत की गिरावट आई। पिछले 6 महीने में यह शेयर 41 प्रतिशत तक चढ़ा है।