Bharat Dynamics Share Price: ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFS) ने डिफेंस स्टॉक भारत डायनामिक्स लिमिटेड (Bharat Dynamics Ltd) पर कवरेज शुरू की है। भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL) गोलाबारूद और मिसाइल सिस्टम बनाती हैं। हालांकि, डिफेन्स कंपनी के शेयर गुरुवार को दबाव में दिखे। दोपहर 1 बजे शेयर भारत डायनामिक्स के शेयर 86.50 रुपये या 4.36 फिसदी की गिरावट लेकर 1898.55 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे।
मोतीलाल ओसवाल ने भारत डायनामिक्स पर ‘Neutral’ रेटिंग के साथ कवरेज शुरू की है। ब्रोकरेज ने डिफेंस कंपनी के शेयर पर 1,900 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। यह शेयर मौजूदा लेवल से वर्तमान स्तरों से लगभग बराबर है।
मोतीलाल ओसवाल के रिसर्च एनालिस्ट तीना वर्मानी और प्रेर्तिजैन ने कहा कि कंपनी का P/E FY26, FY27 और FY28 के लिए क्रमशः 70x, 52x और 38x है। उन्होंने सितंबर 2027 के अनुमानित P/E 42x के आधार पर 1,900 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। मोतीलाल ओसवाल के एनालिस्ट्स ने कहा कि उन्हें भारत डायनामिक्स का बिजनेस मॉडल और मजबूत ग्रोथ पोटेंशियल पसंद है। लेकिन मौजूदा वैल्यूएशंस को देखते हुए वे कम एंट्री पॉइंट्स को प्राथमिकता देंगे।
उन्होंने भारत के रक्षा बजट में कटौती या पुनः प्राथमिकता, कॉन्ट्रैक्ट रद्द होने या असफलताओं, खरीद नियमों में बदलाव, और सप्लाई चेन में व्यवधान जैसे जोखिमों की भी चेतावनी दी है।
मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, वैश्विक रक्षा खर्च में वृद्धि से भारतीय रक्षा क्षेत्र को मजबूती मिली है। साथ ही NATO ने 2035 तक जीडीपी का 5 प्रतिशत रक्षा खर्च करने का हाल ही में संकल्प लिया है। इससे वैश्विक रक्षा क्षेत्र की संभावनाएं मजबूत हुई हैं। इसका अप्रत्यक्ष रूप से भारत पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। एनालिस्ट्स का मानना है कि इससे भारत भी अपने रक्षा बजट को बढ़ा सकता है और घरेलू कंपनियों के लिए नए निर्यात अवसर बन सकते हैं। इसके अलावा, भारत की आपातकालीन खरीद अभियान और रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) की हाल की 1 लाख करोड़ रुपये की मंजूरियां भरता डायनामिक्स जैसी कंपनियों के लिए बाजार का विस्तार करेंगी।
ब्रोकरेज ने कहा कि कंपनी का अनुमानित बाजार आकार लगभग ₹50,000 करोड़ है। यह बाजार पनडुब्बियों (प्रोजेक्ट 75I), लड़ाकू विमानों (LCA तेजस Mk1A, Su-30MKI), और हेलीकॉप्टरों (LCH प्रचंड, ALH ध्रुव) सहित मिसाइल खरीद पर निर्भर है। QRSAM, MRSAM, नाग और VSHORAD जैसी प्रणालियों की निरंतर मांग और S-400 व बराक-8 जैसे उच्च मूल्य वाले आयातों के लंबे समय के कॉन्ट्रैक्ट से भी वृद्धि होगी। विशेषकर आकाश मिसाइल प्रणालियों के निर्यात की मांग ऑर्डर में मदद करेगी।
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ब्रोकरेज ने कहा कि भारत डायनामिक्स मिसाइल निर्माता से एक संपूर्ण हथियार प्रणालियों के इंटीग्रेटर में बदल गया है। यह सेना, नौसेना और वायु सेना के लिए काम करता है। कंपनी ड्रोन-डिलीवर पेलोड, गाइडेड बम, वारहेड और इंजन निर्माण, और खदान व प्रोपेलैंट जैसे अन्य क्षेत्रों में भी विस्तार कर रही है। यह विदेशी OEMs के साथ नए साझेदारी विकल्प तलाश रहा है और DRDO के साथ कई महत्वपूर्ण रक्षा कार्यक्रमों पर काम कर रहा है।
ब्रोकरेज के अनुसार, भारत डायनामिक्स लगातार अपने प्लेटफार्मों का स्थानीयकरण कर रहा है। कंपनी की आयात निर्भरता वर्षों में काफी कम हुई है। कई मिसाइल प्रणालियों में अब यह 80-90 प्रतिशत स्थानीयकरण करता है। इससे कंपनी घरेलू टेंडरों में स्वतंत्र रूप से प्रतिस्पर्धा कर सकती है। भारत डायनामिक्स और डीआरडीओ (DRDO) के करीब 40 परियोजनाओं का प्रमुख विकास भागीदार है। जैसे-जैसे अधिक परियोजनाएं निर्माण चरण में आएंगी, कंपनी स्थानीय रक्षा उत्पादन का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है।