HDFC Bank के मर्जर के बाद गठित इकाई अपने वित्त वर्ष 2024 के जून तिमाही के वित्तीय परिणाम सोमवार, 17 जुलाई को पेश करने को तैयार है।
HDFC Limited के साथ अपने मर्जर (1 जुलाई से प्रभावी) के बाद ऋणदाता का यह पहला वित्तीय परिणाम होगा। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज द्वारा समीक्षा की गई एक रिपोर्ट में कहा गया है, ‘हमें व्यावसायिक वृद्धि लगातार मजबूत रहने का अनुमान है और इसे सभी सेगमेंटों में सुधार से मदद मिलेगी। मार्जिन मजबूत बने रहने की संभावना है, जबकि जमा की रफ्तार भी सुर्खियों में रहेगी। विलय के बाद व्यावसायिक वृद्धि और आय की रफ्तार पर नजर रखे जाने की जरूरत होगी।’
अप्रैल से तीन महीने के दौरान HDFC Bank का शेयर BSE पर करीब 6 प्रतिशत चढ़ा है, जबकि सेंसेक्स में 10 प्रतिशत तेजी आई। एसीई इक्विटी (ACE Equity ) के आंकड़े से पता चलता है कि इस बीच, बीएसई बैंकेक्स सूचकांक (bankex index) 13 प्रतिशत चढ़ा है।
यहां मर्जर के बाद HDFC Bank के पहले वित्तीय परिणाम को लेकर ब्रोकरों के अनुमान पेश किए जा रहे हैं:
Nomura
प्रमुख शुद्ध लाभ 11,220 करोड़ रुपये पर रहने का अनुमान, जो वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में दर्ज 12,047.5 करोड़ रुपये से 7 प्रतिशत कम है। सालाना आधार पर कर-बाद लाभ (PAT) मार्च तिमाही के 9,196 करोड़ रुपये की तुलना में 22 प्रतिशत बढ़ सकता है।
ब्रोकरेज को शुद्ध ब्याज आय (NII) तिमाही आधार पर 23,350 करोड़ रुपये से मामूली बढ़कर 23,390 करोड़ रुपये पर अपरिवर्तित रहने का अनुमान है
ऋण लागत तिमाही आधार पर 0.7 प्रतिशत से बढ़कर 1 प्रतिशत हो सकती है, जबकि परिसंपत्तियों पर प्रतिफल (RoA) 2 प्रतिशत से घटकर 1.8 प्रतिशत रह सकता है।
BNP Paribas
इस ब्रोकरेज ने पहली तिमाही में ऋणदाता का लाभ 12,476 करोड़ रुपये का अनुमान जताया है, जो सालाना आधार पर 36 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 4 प्रतिशत अधिक है।
NII भी सालाना आधार पर 23 प्रतिशत या तिमाही आधार पर 2.5 प्रतिशत बढ़कर 23,930 करोड़ रुपये रह सकता है।
ICICI Securities
विश्लेषकों ने तिमाही आधार पर स्टैंडएलॉन शुद्ध लाभ 9 प्रतिशत घटकर 10,955.3 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया है। उनके अनुसार, प्रावधान-पूर्व लाभ भी 1 प्रतिशत घटकर 18,399.6 करोड़ रुपये रह सकता है, जबकि एनआईआई तिमाही आधार पर सिर्फ 4 प्रतिशत बढ़कर 24,266.2 करोड़ रुपये रह सकती है
Kotak Institutional Equities
ब्रोकरेज को HDFC Bank का शुद्ध ब्याज मार्जिन तिमाही आधार पर 5 प्रतिशत घटने का अनुमान है। इसके अलावा, उसे बैंक का सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (GNPA) अनुपात तिमाही आधार पर बेहतर कर्ज वसूली की मदद से स्थिर रहने की संभावना है