शेयर बाजारों में पांच दिनों से जारी गिरावट से निवेशकों को 16.26 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने से बाजार में गिरावट आई है। बाजार में पांच दिनों से जारी गिरावट से बीएसई-सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 16,26,691.48 करोड़ रुपये घटकर 4,60,89,598.54 करोड़ रुपये पर आ गया।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुक्रवार को 808.65 अंक यानी 0.98 प्रतिशत फिसलकर 81,688.45 पर बंद हुआ। पिछले पांच कारोबारी सत्रों में बीएसई सेंसेक्स में 4,147.67 अंक यानी 4.83 प्रतिशत की गिरावट आई है।
विश्लेषकों ने कहा कि उथल-पुथल भरे कारोबारी सत्र में दैनिक उपभोग के सामान बनाने बनाने वाली एफएमसीजी कंपनियों, वाहन और ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली के कारण बाजार में गिरावट आई।
इसके अलावा तेल उत्पादक पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने से आपूर्ति को लेकर अनिश्चितता पैदा होने से वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में उछाल ने भी बाजार की धारणा को प्रभावित किया।
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स, नेस्ले, भारती एयरटेल, अल्ट्राटेक सीमेंट, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में सर्वाधिक गिरावट रही। दूसरी तरफ इन्फोसिस, टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और भारतीय स्टेट बैंक के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।