बीते दिनों भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने घोषणा की कि उसने गोल्ड लोन के लिए LTV अनुपात को 75% से बढ़ाकर 85% कर दिया है। LTV यानी लोन-टू-वैल्यू अनुपात वह प्रतिशत है जो यह दर्शाता है कि किसी व्यक्ति को अपने गिरवी रखे गए सोने की कीमत के आधार पर कितना कर्ज मिल सकता है। उदाहरण के लिए, अगर किसी का सोना 1 लाख रुपये का है और LTV 75% है, तो उसे 75,000 रुपये तक का कर्ज मिल सकता है।
भारतीय रिजर्व बैंक के इस फैसले का असर छोटे कर्ज लेने वालों और गोल्ड फाइनेंस कंपनियों पर पड़ रहा है। इस बदलाव के बाद गोल्ड लोन कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गई है।
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बता दें कि 6 जून, 2025 को RBI ने ‘लेंडिंग अगेंस्ट गोल्ड एंड सिल्वर कोलैटरल डायरेक्शन्स, 2025’ जारी किया। इसके तहत 2.5 लाख रुपये तक के गोल्ड लोन के लिए LTV अनुपात को 75% से बढ़ाकर 85% कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अब 1 लाख रुपये के सोने पर 85,000 रुपये तक का कर्ज मिल सकता है। 2.5 लाख से 5 लाख रुपये के लोन के लिए LTV 80% और 5 लाख से ऊपर के लोन के लिए 75% रखा गया है। यह बदलाव 1 अप्रैल, 2026 से लागू होगा। RBI का कहना है कि यह कदम छोटे और ग्रामीण कर्जदारों को आसानी से लोन उपलब्ध कराने के लिए उठाया गया है। इसके अलावा, 2.5 लाख रुपये से कम के लोन के लिए क्रेडिट मूल्यांकन की जरूरत नहीं होगी, जिससे कर्ज लेना और आसान हो जाएगा।
इन नियमों के ऐलान के बाद गोल्ड फाइनेंस कंपनियों जैसे मुथूट फाइनेंस, मनप्पुरम फाइनेंस और IIFL फाइनेंस के शेयरों में 2% से 7% तक की तेजी देखी गई। 6 जून को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर मुथूट फाइनेंस के शेयर 5.20% बढ़कर 2,412.30 रुपये और मनप्पुरम फाइनेंस के शेयर 3.09% बढ़कर 241.65 रुपये पर पहुंच गए थे। आज भी मुथूट फाइनेंस के शेयर 3.82% की बढ़ोतरी के साथ 2540.05 रुपये पर बंद हुआ और मनप्पुरम फाइनेंस का शेयर 6.93% की बढ़ोतरी के साथ 264.75 रुपये पर बंद हुआ।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि LTV में बढ़ोतरी से NBFCs को ज्यादा कर्ज देने की छूट मिलेगी, जिससे उनकी कमाई बढ़ेगी और शेयरों में तेजी आएगी। RBI ने यह भी सुनिश्चित किया है कि कर्जदाताओं को सोने की शुद्धता और वजन की जांच के लिए एक समान प्रक्रिया अपनानी होगी।