Stock Market: वैश्विक बाजारों में मिलेजुले रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार गुरुवार (17 अप्रैल) को दिन के निचले स्तर से जबरदस्त रिकवरी दिखाई और लगातार चौथे दिन बढ़त के साथ कारोबार करते नजर आए।
प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी-50 (Nifty-50) और सेंसेक्स (Sensex) दोनों ने दिन की शुरुआत कमजोर ग्लोबल संकेतों के चलते घबराहट भरे माहौल में की। इसका मुख्य कारण अमेरिका-चीन के बीच चल रहा टैरिफ टकराव और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल द्वारा टैरिफ के संभावित आर्थिक असर को लेकर दी गई चेतावनी रही।
बीएसई सेंसेक्स की शुरुआत 76 अंक की गिरावट के साथ 76,868 पर हुई और यह जल्द ही 76,666 के निचले स्तर तक फिसल गया। इसके बाद सेंसेक्स ने जोरदार रिकवरी करते हुए दिन के उच्चतम स्तर 78,173 तक छलांग लगाई, जो दिन के निचले स्तर से 1,507 अंकों की बढ़त है। दोपहर 1 बजे सेंसेक्स लगभग 78,160 के आसपास 1,120 अंक की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था। इसी तरह, NSE निफ्टी 50 ने दिन के निचले स्तर 23,299 से उछाल लेते हुए 23,748 का उच्चतम स्तर छुआ। निफ्टी 305 अंकों यानी 1.3% की बढ़त के साथ 23,744 पर ट्रेड कर रहा था।
इस रैली के साथ ही सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) लगातार चौथे दिन हरे निशान में नजर आए। इस अवधि में सेंसेक्स 4,000 से ज्यादा अंक चढ़ चुका है। जबकि निफ्टी ने लगभग 1,000 अंकों की उछाल दर्ज की है।
1. शॉर्ट-कवरिंग ने दी तेजी को रफ्तार
विश्लेषकों का मानना है कि पिछले कुछ महीनों में बाजार में लगातार गिरावट के चलते स्टॉक्स ओवरसोल्ड हो गए थे। लेकिन हाल के दिनों में ग्लोबल ट्रेड वॉर में संभावित नरमी की खबरों ने शॉर्ट-कवरिंग को ट्रिगर किया है।
मोतिलाल ओसवाल के टेक्निकल रिसर्च हेड रुचित जैन के अनुसार, अक्टूबर 2024 से शुरू हुई करेक्शन के बाद अब कुछ खास सेक्टर्स में रिटर्न की संभावना ज्यादा दिख रही है। इसके साथ FIIs की ताजा खरीदारी और इंडेक्स फ्यूचर्स में शॉर्ट कवरिंग ने तेजी को और बल दिया है। तकनीकी आउटलुक से निफ्टी के लिए अगला रेजिस्टेंस 23,800–23,900 के ज़ोन में है। अगर निफ्टी decisively इस स्तर को पार कर लेता है, तो बाजार में आगे और मजबूती देखी जा सकती है।
2. एफआईआई की जोरदार खरीदारी
पिछले दो ट्रेडिंग सेशन्स में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने कैश मार्केट में जोरदार खरीदारी की है। पिछले दो दिनों में उन्होंने ₹10,000 करोड़ के शेयर खरीदे हैं। इसमें मंगलवार को कैलेंडर ईयर की तीसरी सबसे बड़ी सिंगल-डे खरीदारी भी शामिल रही।
3. अमेरिका-चीन ट्रेड टेंशन का असर
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने चीन से होने वाले आयात पर 245% तक का टैरिफ लगाने की धमकी दी है। यह कदम चीन द्वारा अमेरिकी सामानों पर 84% तक का टैरिफ लगाने के जवाब में आया है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक मोर्चे पर “जवाबी कार्रवाई” चल रही है।
हाल ही में ट्रंप ने कई देशों पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद 90 दिनों के लिए उसे रोक दिया था। हालांकि, यह छूट चीन को नहीं दी गई थी। एनालिस्ट्स का मानना है कि अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर का कुछ फायदा भारतीय कंपनियों को मिल सकता है।