शेयर बाजार में सोमवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज हुई और बीएसई सेंसेक्स 247 अंक टूट गया। वहीं नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 68 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। आईटी शेयरों में बिकवाली और विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी से बाजार में गिरावट आई।
बीएसई सेंसेक्स 247.01 अंक यानी 0.30 फीसदी की गिरावट के साथ 82,253.46 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, एक समय यह 490.09 अंक टूटकर 82,010.38 अंक तक आ गया था। एनएसई का निफ्टी भी 67.55 अंक यानी 0.27 फीसदी की गिरावट के साथ 25,082.30 अंक पर बंद हुआ। 9 जुलाई से अबतक के चार कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स लगभग 1,460 अंक यानी 1.75 फीसदी और निफ्टी 440 अंक नीचे आ चुका है।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में एशियन पेंट्स में सबसे अधिक 1.58 फीसदी की गिरावट आई। इसके अलावा टेक महिंद्रा, बजाज फाइनैंस, इन्फोसिस, एचसीएल टेक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, लार्सन ऐंड टुब्रो और टाटा मोटर्स के शेयर भी टूट गए। दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में इटर्नल (पूर्व में जोमैटो), टाइटन, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा और आईटीसी शामिल है।
उधर, मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में क्रमश: 0.71 फीसदी और 1.04 फीसदी तक की तेजी रही। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, घरेलू बाजार में गिरावट का दौर जारी रहा। इसका कारण शुल्क को लेकर चिंता और कंपनियों के तिमाही वित्तीय परिणाम की हल्की शुरुआत है। ऐसे में निवेशक तीन साल के ऊंचे मूल्यांकन के बीच कारोबार को लेकर अधिक सतर्क रुख दिखा रहे हैं।
उन्होंने कहा, हालांकि स्वास्थ्य सेवा, रियल्टी, उपभोक्ता आदि क्षेत्रों में तेजी के साथ शेयर-आधारित कार्यवाही जारी है। जबकि वित्त वर्ष 2025-26 में आमदनी में गिरावट के जोखिम के कारण सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों का प्रदर्शन प्रभावित हुआ है। वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार, अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर एक और दौर की वार्ता के लिए भारतीय अधिकारियों का दल अमेरिका पहुंच गया है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, बाजार ने सप्ताह की शुरुआत उतार-चढ़ाव के साथ की और हाल की गिरावट को जारी रखते हुए लगभग आधा फीसदी नुकसान के साथ बंद हुआ।