MTNL Share Price: भारत में टेलीकॉम सेक्टर में इन दिनों काफी हलचल देखने को मिल रही है। एक तरह जहां प्राइवेट सेक्टर की दिग्गज कंपनियां जैसे- रिलायंस जियो, भारती एयरटेल अपने टैरिफ में 21 फीसदी तक इजाफा कर चुकी हैं तो वहीं भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) भी अब 4G सर्विस को पूरे देश में शुरू करने की योजना बना रहा है। मगर, इन सबके बीच एक ऐसी कंपनी भी है, जो कर्ज के संकट में फंसी है मगर शेयर बाजार में निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दे रही है। इस कंपनी का नाम तो आपने सुना ही होगा- MTNL यानी महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड।
MTNL ( Mahanagar Telephone Nigam Limited) का शेयर पिछले कारोबारी दिन यानी 19 जुलाई को NSE पर 9.99 % की शानदार उछाल के साथ 70.48 रुपये पर बंद हुआ। यह शेयर प्राइस ऑल टाइम हाई था, यानी इस लेवल पर वह इससे पहले कभी नहीं जा पाया था। जबकि BSE पर भी MTNL के शेयर 8.28% की उछाल के साथ रिकॉर्ड तोड़ते हुए 69.32 रुपये पर बंद हुए। इंट्रा डे ट्रेड के दौरान ये शेयर 70.42 रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गए थे।
NSE के डेटा से देखा जाए तो 1 साल पहले इसके शेयर 20 रुपये के करीब ट्रेड कर रहे थे, जबकि 19 जुलाई 2024 को MTNL की शेयर प्राइस 70 रुपये के करीब पहुंच गई थी। इस लिहाज से देखा जाए तो MTNL के शेयरों में एक साल में 260 फीसदी के करीब उछाल आया है। 6 महीने का डेटा देखें तो भी इसके शेयरों ने निवेशकों को 100 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है। 1 महीने में MTNL के शेयरों में करीब 65 फीसदी का उछाल देखने को मिला है। मौजूदा समय में MTNL का मार्केट कैप (MTNL m-cap) 4,440.24 करोड़ रुपये है।
अंतिम कारोबारी दिन तक के डेटा के हिसाब से MTNL के शेयरों ने 1 हफ्ते में करीब 66 फीसदी का रिटर्न दिया है। शेयर का यह लेवल नवंबर 2010 के बाद से सबसे ज्यादा है। MTNL के शेयरों में उछाल इसलिए देखने को मिल रहा है क्योंकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेल्युलर और फिक्स्ड लाइन सर्विस प्रदान करने वाली MTNL के ऑपरेशन को BSNL को सौंपने का विचार बना रही है। पहले सरकार की योजना MTNL को BSNL में विलय (BSNL-MTNL merger) की थी, मगर रिपोर्टें बता रही हैं कि अब सरकार विलय की जगह ऑपरेशन सौंप सकती है।
13 जुलाई को मीडिया एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि संचालन सौंपने पर अंतिम फैसला एक महीने में लिए जाने की संभावना है। संचालन को एक समझौते के जरिए भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) को सौंपा जा सकता है। सूत्र ने बताया कि MTNL के भारी कर्ज को देखते हुए BSNL के साथ मर्जर सही विकल्प नहीं है। फैसला लिए जाने के बाद प्रस्ताव सचिवों की समिति के सामने रखा जाएगा और उसके बाद मंत्रिमंडल इस बारे में अंतिम निर्णय लेगी।
हालांकि, BSNL को ऑपरेशन सौंपे जाने की किसी भी खबर की जानकारी अभी मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने नहीं दी है, ऐसे में यह स्पष्ट नहीं है कि आगे क्या फैसला होने वाला है। MTNL ने 16 जुलाई को शेयर बाजार बंद होने के बाद स्पष्ट किया कि MTNL के पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है, सिवाय इसके कि सचिवों की समिति की बैठकों के माध्यम से विचार-विमर्श दूरसंचार विभाग (DoT) के उच्चतम स्तर पर आयोजित किया जा रहा है।
वित्तीय संकट से जूझ रही सरकारी दूरसंचार कंपनी MTNL ने ने 19 जुलाई को स्टॉक एक्सचेंजों को बताया कि उसने कर्ज की मूल राशि की 10 जुलाई को निकलने वाली किस्त नहीं चुकाई है। कंपनी ने बताया कि उसने पंजाब ऐंड सिंध बैंक का 37.5 करोड़ रुपये का बकाया कर्ज नहीं चुकाया है।
केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस जानकारी के बाद बयान दिया और कहा कि टेलीकॉम डिपार्टमेंट MTNL पर बारीकी से नजर रख रहा है। MTNL के साथ एक हफ्ते में दूसरी बार ऐसा हुआ है। इससे पहले बुधवार (17 जुलाई) को कंपनी अपने बॉन्डधारकों को गारंटीशुदा छमाही ब्याज नहीं दे पाई थी, जिसे चुकाने के लिए सरकार ने दखल दिया था।
MTNL ने कहा कि उसका कुल बकाया मूल राशि 5,480.2 करोड़ रुपये है। कंपनी ने एक्सचेंजों से कहा कि बैंकों और वित्तीय संस्थानों के कुल 7,780.2 करोड़ रुपये का उधार उस पर बाकी है। कुल मिलाकर उसपर 31,851.2 करोड़ रुपये कर्ज है।
वित्त वर्ष 2024 में MTNL को 3302.19 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था, जो वित्त वर्ष 2023 के 2,910.74 करोड़ रुपये के मुकाबले 391.45 करोड़ रुपये ज्यादा है। वित्त वर्ष 2024 में परिचालन से सालाना राजस्व (YoY revenue from operations) 15.44 फीसदी घटकर 728.47 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2023 में 861.57 करोड़ रुपये था।
MTNL ‘नवरत्न’ स्टेटस वाली एक सरकारी कंपनी है। यह मुंबई और दिल्ली में टेलीकॉम सर्विसेज प्रोवाइड करती है। MTNL, BSNL के साथ भारत में दो सरकारी टेलीकॉम कंपनियों में से एक है। भारत सरकार के पास MTNL में 56.25 फीसदी की बहुलांश हिस्सेदारी (majority stake) है।
अक्टूबर 2019 में, MTNL की विरासत और रणनीतिक महत्व को ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार ने MTNL और BSNL के लिए पुनरुद्धार योजना की घोषणा की और LoC जारी करके कंपनी की फंडिंग जरूरतों को पूरा करने की बात की। इसके लिए, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 27 जुलाई, 2022 को BSNL और MTNL (टेलीकॉम) के लिए 1.64 लाख करोड़ रुपये की दूसरी पुनरुद्धार योजना (revival plan) को मंजूरी दे दी। फंडिंग का उद्देश्य टेलीकॉम सर्विसेज को अपग्रेड करना, 4G सर्विसेज चालू करना, नेटवर्क को बढ़ाना और बैलेंस शीट पर दबाव को कम करना है।