Stock Market Closing Bell, 9 April: वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार बुधवार (9 अप्रैल) को एक बार फिर गिरावट में बंद हुए। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) के व्यापारिक देशों पर टैरिफ लगाने की समयसीमा नजदीक आने के साथ बाजार में अस्थिरता देखने को मिली। हालांकि, आरबीआई के रीपो रेट में 0.25% की कटौती के बाद बाजार एक सिमित दायरे में कारोबार करता नजर आया और सेंटीमेंट्स पर थोड़ा पॉजिटिव असर पड़ा। वहीं, ट्रंप के फार्मा सेक्टर पर भी टैरिफ के एलान से दवा कंपनियों के शेयरों पर नेगेटिव असर देखा गया और निफ्टी फार्मा इंडेक्स 2% टूट गया।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज यानी बुधवार को 100 अंक से ज्यादा की गिरावट लेकर 74,103.83 पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 73,673.06 अंक तक फिसल गया था। अंत में सेंसेक्स 379.93 अंक या 0.51% की गिरावट लेकर 73,847.15 पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के निफ्टी-50 में भी कमजोर रुख देखने को मिला। यह गिरावट के साथ 22,460.30 अंक पर ओपन हुआ। अंत में यह निफ्टी 136.70 अंक या 0.61% गिरकर 22,399.15 पर क्लोज हुआ।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार 9 अप्रैल को नीतिगत दर रीपो रेट को 0.25% घटाकर 6.0% करने का ऐलान किया। आरबीआई ने अपनी पिछली बैठक (7 फरवरी) में रेपो रेट (Repo Rate) को 25 आधार अंक घटाकर 6.25% कर दिया था। तब से अमेरिका के सख्त टैरिफ के कारण आर्थिक अनिश्चितता बढ़ गई है। इससे केंद्रीय बैंक से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ गई थी।
अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापारिक तनाव अब और ज्यादा गहरा सकता है। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया है कि अमेरिका बुधवार (8 अप्रैल) को पूर्वी समयानुसार रात 12:01 बजे (0401 GMT) से चीन पर 104 प्रतिशत टैरिफ लागू करेगा। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी। यह फैसला अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार विवाद को और बढ़ा सकता है।
ट्रंप प्रशासन का कहना है कि चीन जैसी कुछ देश अमेरिका के साथ अनुचित व्यापार कर रहे हैं। हाल के हफ्तों में ट्रंप ने कई बार विदेशी देशों पर यह आरोप लगाया कि वे अमेरिकी सामान पर भारी टैक्स लगाते हैं और अमेरिका की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को 86.26 के स्तर पर बंद होने के बाद घरेलू मुद्रा 43 पैसे कमजोर होकर 86.69 पर बंद हुई। पिछले तीन दिनों में अमेरिकी टैरिफ के साथ वैश्विक व्यापार अनिश्चितताओं के बढ़ने से रुपये में डॉलर की तुलना में ₹1.45 की गिरावट आई है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की भारतीय शेयर बाजारों से बिकवाली लगातार जारी है। विदेशी निवेशकों ने 8 अप्रैल को 4,994.24 करोड़ रुपये मूल्य के भारतीय शेयर बेचे। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने मंगलवार को 3,097.24 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
इससे पहले मंगलवार के ट्रेडिंग सेशन में इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक और एलएंडटी जैसे भारी भरकम स्टॉक्स में जोरदार तेजी से बाजार में शानदार रिकवरी देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स 1089.18 अंक या 1.49% के जोरदार उछाल के साथ 74,227.08 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 374.25 अंक या 1.69% की मजबूती के साथ 22,535.85 पर क्लोज हुआ।
अमेरिकी स्टॉक फ्यूचर्स में मंगलवार को गिरावट आई। डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज से जुड़े फ्यूचर्स 1.2 प्रतिशत गिर गए। नैस्डैक-100 फ्यूचर्स 1.8 प्रतिशत और एसएंडपी 500 फ्यूचर्स में 1.5 प्रतिशत की कमी आई। पिछले ट्रेडिंग सेशन में वॉल स्ट्रीट बेंचमार्क्स निचे बंद हुए थे। डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.84 प्रतिशत गिरकर 37,645.59 पर और एसएंडपी 500 भी 1.57 प्रतिशत घटकर 4,982.77 पर बंद हुआ। इसके अलावा नैस्डैक 2.15 प्रतिशत गिरकर 15,267.91 पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई इंडेक्स 225….2.72 प्रतिशत गिरा, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.71 प्रतिशत और ऑस्ट्रेलिया का एसएंडपी/एएसएक्स 200 1.35 प्रतिशत नीचे था।
आसित सी. मेहता इन्वेस्टमेंट इंटरमीडियेट्स के अस्सिस्टेंस वाइस प्रेजिडेंट (टेक्निकल और डेरिवेटिव्स रिसर्च) हृषिकेश येदवे के अनुसार, डेली चार्ट पर निफ्टी ने एक हरा कैंडल फॉर्म किया और पिछले सेशन में 22,320 की बाधा के ऊपर बना रहा। यह निरंतर खरीदारी की रुचि और ताकत का संकेत देता है। “ऊपर की ओर 22,800 निकटतम प्रतिरोध स्तर है। जबकि 22,320 अब महत्वपूर्ण समर्थन के रूप में कार्य करेगा। 22,800 के ऊपर एक निर्णायक मोव क़ी संभावना खुल सकती है। निवेशक इन महत्वपूर्ण स्तरों पर निगरानी रखने की सलाह दी जाती है, ताकि संभावित व्यापारिक अवसरों का लाभ लिया जा सके।