Stock Market Wrap up: हालिया गिरावट के बाद घरेलू शेयर बाजारों के लिए यह हफ्ता (17 मार्च-21 मार्च) शानदार रहा। सप्ताह के सभी पांच ट्रेडिंग सेशन हरे निशान में बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स 557 अंकों की बढ़त के साथ 77,042 के उच्चतम स्तर पर पहुंचा और अंत में 76,906 पर बंद हुआ। बीएसई बेंचमार्क इस सप्ताह 3,077 प्रतिशत या 4.17 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ।
भारत के बेंचमार्क निफ्टी 50 इंडेक्स ने शुक्रवार को चार साल से अधिक समय में अपनी सबसे बड़ी साप्ताहिक वृद्धि दर्ज की। एनएसई निफ्टी 50 इंडेक्स ने शुक्रवार को 23,403 का उच्च स्तर छुआ और 160 अंकों की बढ़त के साथ 23,350 पर बंद हुआ। इस सप्ताह निफ्टी में 4.26 प्रतिशत या 953 अंकों का उछाल आया। यह 7 फरवरी, 2021 के बाद से यह इसका हाईएस्ट वीकली गेन है। हालांकि, निफ्टी 50 अभी भी अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से लगभग 11% नीचे है।
ब्रोडर मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में क्रमशः 7.7% और 8.6% का उछाल आया। यह लगभग पांच वर्षों में दोनों इंडेक्स का सबसे बड़ी साप्ताहिक बढ़त दर्ज है। गई। भारतीय रुपये ने दो साल से अधिक समय में अपना बेस्ट सप्ताह दर्ज किया।
सप्ताह के दौरान सभी 13 प्रमुख क्षेत्रों में तेजी रही। इसमें रियल्टी और सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों में क्रमशः 8% और 7% की वृद्धि हुई। हैवीवेट फाइनेंशियल कंपनियों में 5.5% की वृद्धि हुई, जिससे बेंचमार्क को सबसे अधिक बढ़ावा मिला।
इस सप्ताह बाजार में रही बढ़त से निवेशकों की वेल्थ 21 लाख करोड़ रुपये के करीब बढ़ गई। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप शुक्रवार (14 मार्च) को 39,177,434.82 करोड़ रुपये था। इस शुक्रवार (21 मार्च) को यह बढ़कर 4,13,30,624.05 करोड़ रुपये रह गया। इस हिसाब से कंपनियों का मार्केट कैप (Mcap) 21,62,758 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है।
1. इस हफ्ते निचले स्तरों पर खरीद के साथ चुनिंदा शेयरों में खरीदारी के कारण फाइनेंशियल सेक्टर में तेजी ने बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स को ऊपर की तरफ खींचा।
2. घरेलू शेयर बाजार में उचित वैल्यूएशन के कारण खरीदारी देखी गई। खासकर हालिया करेक्शन के बाद बड़ी पूंजी वाले शेयरों में अच्छी खरीदारी देखने को मिली। निफ्टी 50 का मौजूदा पीई (प्राइस-इनकम रेश्यो) 19 पर है, जो तीन महीने के निचले स्तर के करीब है।
3. इस साल रिकॉर्ड स्तर पर बिकवाली करने वाले विदेशी निवेशक (FIIs) इस सप्ताह मंगलवार और गुरुवार के ट्रेडिंग सेशन में बाजार में शुद्ध खरीदार रहे। एफआईआई ने मंगलवार को ₹1,462 करोड़ के शेयर खरीदे और गुरुवार को उन्होंने ₹3,239 करोड़ के शेयर खरीदे। विदेशी निवेशकों ने घरेलू बाजारों से 2025 में अब तक 1.4 लाख करोड़ रुपये की वैल्यू वाले शेयर बेचे हैं। हालांकि, घरेलू निवेशक साल के दौरान हर गिरावट पर खरीदारी करने के लिए लचीले बने रहे।
निवेशक 5 अप्रैल को भारतीय रिजर्व बैंक के नीतिगत निर्णय की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्हें धीमी होती ग्रोथ रेट और लक्ष्य से नीचे मुद्रास्फीति के बीच केंद्रीय बैंक के दरों में फिर से कटौती किए जाने की बड़ी उम्मीद है।
इसके अलावा फेडरल रिजर्व ने 2025 में दो बार ब्याज दरों में कटौती के अपने अनुमान को बरकरार रखा। अमेरिका में कम ब्याज दरें भारत जैसे उभरते बाजारों को विदेशी निवेशकों के लिए अधिक आकर्षक बनाती हैं।