Sula Vineyards stock price: भारत की शेयर बाजार में लिस्टेड वाइन बनाने वाली कंपनी सुला वाइनयार्ड्स (Sula Vineyards) के शेयर आज यानी गुरुवार को इंट्रा डे ट्रेड के दौरान 1.86 प्रतिशत बढ़कर 510.85 रुपये प्रति शेयर के हाई लेवल पर पहुंच गए। शेयर की कीमत में बढ़ोतरी तब आई है जब कंपनी ने बताया कि उसने अपने अब तक के सबसे उच्चतम Q1 नेट रेवेन्यू (Q1 net revenue) और ब्रांडों रेवेन्यू को दर्ज किया है।
12:01 बजे शेयर नीचे आकर 502.25 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था। इसके विपरीत, BSE सेंसेक्स 79,695.08 पर सपाट था।
वित्तीय वर्ष 2025 की पहली तिमाही (Q1FY25) में, अपने ब्रांडों से राजस्व सालाना (Y-o-Y) आधार पर 2.7 फीसदी बढ़कर 104.4 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही (Q1FY24) में यह 101.6 करोड़ रुपये था। इस बीच, वाइन टूरिज्म से रेवेन्यू सालाना आधार पर 2.5 फीसदी घटकर वित्तीय वर्ष 2025 की जून तिमाही (Q1FY25) में 11.3 करोड़ रुपये रह गया, जबकि वित्तीय वर्ष 2024 की जून तिमाही (Q1FY24) में यह 11.2 करोड़ रुपये था।
कुल मिलाकर, Q1FY25 में रेवेन्यू 9.7 फीसदी बढ़कर 129.6 करोड़ रुपये हो गया, जबकि Q1FY24 में यह 118.2 करोड़ रुपये था।
सुला वाइनयार्ड्स के CEO राजीव सामंत ने कहा, ‘हम अपने अब तक के सबसे उच्चतम Q1 नेट रेवेन्यू का ऐलान करते हुए खुश हैं, हालांकि लोकसभा चुनावों और तेज गर्मी की लहर के दौरान कई ड्राई डे के कारण तिमाही के दौरान वाइन की खपत और टूरिज्म प्रभावित हुआ था।’
इसके अलावा, कंपनी ने ओमप्रकाश सिंह को मार्केटिंग हेड के रूप में नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति पर, सामंत ने कहा, ‘मैं ओमप्रकाश सिंह की मार्केटिंग हेड के रूप में नियुक्ति की घोषणा करते हुए भी प्रसन्न हूं। L&K साची एंड साची (L&K Saatchi & Saatchi) और शेमारू (Shemaroo) जैसी विभिन्न FMCG, ई-कॉमर्स और मीडिया कंपनियों में उनके व्यापक अनुभव के साथ, हमें विश्वास है कि ओमप्रकाश सुला की विस्तारित मार्केटिंग पहलों (expanded marketing initiatives) को आगे बढ़ाने के लिए सही व्यक्ति हैं।’
एक अलग घटनाक्रम में, कंपनी ने कहा कि वह इस महीने महाराष्ट्र में एक और यूनिट, जो हाल ही में अधिग्रहित एन डी वाइन सुविधा (N D Wines facility) है, में बॉटलिंग शुरू करेगी।
सुला वाइनयार्ड्स ने एक बयान में कहा, ‘सुला के पोर्टफोलियो में 10 से अधिक ब्रांडों में 50 से अधिक लेबल हैं, कंपनी ने एनालिसिस के बाद निर्णय लिया है कि अर्थव्यवस्था और पॉपुलर ब्रांडों को महाराष्ट्र में एक थर्ड पार्टी सेल्स फोर्स मॉडल में ट्रांसफर किया जाएगा, जिसकी शुरुआत मुंबई और पुणे से होगी। इस रणनीति ने पहले कर्नाटक और तेलंगाना में मजबूत परिणाम दिए हैं, जिससे सुला की बिक्री बल को विशेष रूप से प्रमुख एलीट और प्रीमियम ब्रांडों पर फोकस करने की अनुमति मिलेगी।”