स्टॉक लेंडिंग ऐंड बॉरोइंग स्कीम(एसएलबी) 21 अप्रैल से शुरू होने वाली है लेकिन इसमें संस्थागत निवेशकों को काफी ज्यादा मार्जिन देने की जरूरत होने से हो सकता है ये स्कीम बहुत लोकप्रिय या कहें ज्यादा सफल न हो।
इस स्कीम के तहत कारोबारियों को 140 फीसदी तक का ऊंचा मार्जिन देना पड़ सकता है।फिलहाल इस स्कीम की ऑथराइज्ड इंटरमीडियरी और बीएसई के क्लियरिंग हाउस बैंक ऑफ इंडिया शेयरहोल्डिंग के पास कुल 25 सदस्यों ने ही अपना रजिस्ट्रेशन कराया है।
हालांकि अधिकारी इस स्कीम की सफलता को लेकर काफी उत्साहित और आशांवित हैं, और उनका मानना है कि धीरे धीरे यह स्कीम भी जोर पकड़ लेगी। उनका कहना था कि शुरू में जब डीमैट खातों की शुरुआत हुई तो उसे भी ऐसी ही शुरुआती दिक्कतों से दो-चार होना पडा था। मार्जिन में वैल्यू ऐट रिस्क मार्जिन, ईएलएम मार्जिन और मार्क टु मार्केट मार्जिन शामिल हैं। वैल्यू ऐट रिस्क मार्जिन और ईएलएम मार्जिन बीएसई के कैश सेगमेन्ट के शेयरों पर लागू होगा।